Reported By: Sharad Agrawal
,Pendra News
पेंड्रा।Pendra News: गौरेला में ईस्टवेस्ट रेल कॉरिडोर के तहत पेंड्रारोड से गेवरारोड़ तक बनाए जा रहे रेललाईन निर्माण कार्य में प्रशासन की नाक के नीचे ही पर्यावरण के जमकर उल्लंघन तो किया ही जा रहा है साथ ही सरकारी जमीनों को जमकर नुकसान पहुंचाया जा रहा है। दरअसल इस रेल लाईन को दो जिलों गौरेला पेंड्रा मरवाही और कोरबा जिले की सीमाओं के अंतर्गत बनाया जा रहा है जिसमें करीब 45 किलोमीटर का हिस्सा इस जिले में आता है। इस रेल लाईन का निर्माण इरकॉन के कंपनी के द्वारा कराया जा रहा है जिसमें ठेका कंपनी अधिकारियों के साथ सांठगांठ करके जमकर मनमानी कर रहे हैं।
ठेका कंपनी के द्वारा जिले की सरकारी जमीनों में मनमाने तरीके से खुदाई की जा रही है और सरकारी जमीनों पर लगे पेड़ों को उखाड़ फेंका जा रहा है जिससे कि बेशकीमती पेड़ की लाखों रूपयों की लकड़ियां भी गायब हो रही है। खुदाई से सरकारी जमीनों पर जगह-जगह बड़े-बड़े गढ्ढे बन गए हैं और पेड़ों की ताबड़तोड़ कटाई से पर्यावरण को भी जमकर नुकसान पहुंचा है। गौरेला जिला मुख्यालय से दस किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित सधवानी गांव के देवराजपारा में फिलहाल ये काम चलता दिखाई दे रहा है और यहां जिले के तमाम प्रशासनिक अधिकारी इसकी अनदेखी कर रहे हैं जिससे उनकी भूमिका सवालों के घेरे में आ रही है।
वहीं इस मामले में सवाल पूछने पर एसडीएम अमित बेक ने कहा कि उनको इस प्रकार की जानकारी नहीं है और मेरे द्वारा कोई परमिशन नहीं दी गई है। इतने बड़े पैमाने पर सरकारी जमीनों और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए जाने के बाद भी प्रशासन आखिर क्यों संज्ञान नहीं ले रहा। इरकॉन पर प्रशासन की मेहरबानी से कई सवालियां निशान लग रहे हैं।