Hisha Baghel became Chhattisgarh's first Agniveer

हिषा बघेल बनी छत्तीसगढ़ की पहली अग्निवीर, कैंसर से जूझ रहे पिता…फिर भी नहीं मानी हार, जानें कौन है ये होनहार बेटी

Hisha Baghel became Chhattisgarh's first Agniveer : गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली हिषा फिलहाल ओडिसा के चिल्का में इंडियन नेवी के सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट का प्रशिक्षण मार्च तक प्राप्त करेगी। इसके बाद हिषा महिला अग्निविर बनकर देश की सुरक्षा करेगी।

Edited By :   Modified Date:  January 6, 2023 / 12:25 PM IST, Published Date : January 6, 2023/12:21 pm IST

Hisha Baghel became Chhattisgarh’s first Agniveer: दुर्ग। दुर्ग के बोरीगारका गांव की हिषा बघेल का चयन महिला अग्निवीर के रूप में किया गया है और इसी के तहत हिषा अब छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर बन चुकी है, गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली हिषा फिलहाल ओडिसा के चिल्का में इंडियन नेवी के सीनियर सेकेंडरी रिक्रूट का प्रशिक्षण मार्च तक प्राप्त करेगी। इसके बाद हिषा महिला अग्निविर बनकर देश की सुरक्षा करेगी।

प्रदेश के गृहमंत्री के विधानसभा क्षेत्र के छोटे से गांव बोरीगारका की हिषा बघेल अब एक मिशाल के रूप में पहचान बन चुकी है। गांव के इस स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने के बाद हिषा उतई महाविद्यालय में पहुंचकर सबसे पहले एनसीसी कैडेट बनी इसके बाद हिषा देश की सुरक्षा का प्रण लेकर सेना में जाने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी।

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लड़की होने के बावजूद गांव के युवाओं के साथ अकेले दौड़ने का अभ्यास शुरू किया

हिषा की मां सती बघेल ने बताया कि उनकी छोटी बेटी हिषा गांव के ही मैदान में लड़की होने के बावजूद गांव के युवाओं के साथ अकेले दौड़ने का अभ्यास शुरू किया और इसके बाद जैसे ही सितंबर 2022 को नौसेना में अग्निवीर योजना के तहत भर्ती के आवेदन की तो उसके फिटनेस के देखते हुए अधिकारियों ने हिषा का चयन मंजूर कर लिया।

पिता पिछले 12 सालों से कैंसर जैसे गंभीर बीमारी से जूझ रहे

हिषा की मां यह भी बताती है कि आर्थिक रूप से कमजोर होने के बाद भी हिषा के पिता संतोष बघेल अपने बच्चों की पढ़ाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है, हिषा के पिता पिछले 12 सालों से कैंसर जैसे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, उनके इलाज और बच्चों की पढ़ाई के लिए जमीन और अपनी जीवन यापन करने वाले ऑटो को भी बेच दिया है। ताकि अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दे सके और अब हिषा अग्निवीर बन चुकी है तब बीमार पिता सहित परिवार के लोगो में खुशी की लहर है।

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छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर के रूप में हुआ चयन

भारतीय नौसेना में अग्निवीर योजना के तहत कुल 560 पदो पर महिलाओं की भर्ती होनी थी जिसमे पहले चरण में 200 महिलाओं का चयन किया गया जिसमें से हिषा बघेल का चयन छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर के रूप में हुई है मैरिट और फिजिकल टेस्ट के आधार पर हिषा का चयन हुआ है फिलहाल ओडिसा के चिल्का में उसकी ट्रेनिंग चल रही है।

शुरू से ही पढ़ाई और खेलकूद में मेधावी छात्रा रही

हिषा की स्कूल की शिक्षिका अनिमा चंद्राकर बताती है कि हिषा शुरू से ही पढ़ाई और खेलकूद में मेधावी छात्रा रही है और प्रदेश की पहली महिला अग्निवीर बनने के बाद उनके स्कूल सहित बोरीगारका गांव के लोगो में काफी खुश है और हिषा की इस उपलब्धि को देखते हुए गांव के अन्य बच्चियां सेना में जाने के लिए अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।

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एक समय था जब अग्निवीर भर्ती योजना को लागू किया गया था। जिसे लेकर देश भर में एक विपरीत मौहाल दिखाई दे रहा था। इसके बावजूद एक छोटे से गांव बोरीगारका की हिषा बघेल ने न सिर्फ अग्निवीर परीक्षा में हिस्सा लिया बल्कि अब वह प्रदेश की पहली सशक्त महिला अग्निवीर बनकर दूसरे अभ्यर्थियों के लिए एक मिशाल कायम की है।