Reported By: Saurabh Singh Parihar
,CG Dhan kharidi update News
रायपुर: CG Dhan kharidi update News, छत्तीसगढ़ में धान खरीदी जारी है…लेकिन कई जगहों पर किसानों को अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है…कहीं किसान ऑनलाइन टोकन नहीं मिलने से परेशान हैं, कहीं एक दिन में धान खरीदी की लिमिट तय होने से परेशान हैं…इधर नेता प्रतिपक्ष महंत ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर किसानों की समस्या रखी हैं…और धान खरीदी केंद्र में धान की बोरी के नाम पर वसूली का आरोप लगाया…जिस पर बीजेपी का कहना है ..सबकुछ ठीक है इसलिए कांग्रेस को तकलीफ हो रही है….तो क्या ALL IS WELL है इसलिए कांग्रेस को तकलीफ है या जमीनी सच्चाई पर राजनीति हो रही है…
CG Dhan kharidi update News, छग में बलरामपुर समेत कई जगहों पर नाराज किसान सड़कों पर उतर आए हैं….पहले सहकारी समिति के कर्मचारियों के हड़ताल से रफ्तार सुस्त रहा…जब वो वापस लौटे तब भी किसानों की परेशानी कम नहीं हो रही…कई किसान सम्मिलित खाता यानी ज्वाइंट अकाउंट होने के चलते केवल एक बार टोकन मिलने से परेशान हैं…तो कुछ किसानों की समस्या ये है कि ऑलाइन टोकन, कुछ मिनटों में खत्म हो जाता है…इसके अलावा कई जगहों पर मोबाइल नेटवर्क नहीं होने से टोकन नहीं मिल पा रहा ..इसी तरह एक दिन में धान खरीदी केंद्रों में खरीदी की लिमिट को कम करने से भी किसान परेशान हैं…इसके चलते किसान एक दिन में अपना धान बेच नहीं पाते…और कई किसानों का आऱोप है कि एक हफ्तों बाद भी उन्हें भुगतान नहीं मिल पाता…इसी बीच नेता प्रतिपक्ष चरणदास मंहत ने कहा है कि धान खरीदी केंद्र में हमाली के नाम पर वसूली की जा रही है कि किसानों पर धान खरीदी केंद्र ये दबाव बना रहे हैं कि या तो सोसाइटी के बोरे में धान भरकर दें या फिर हमालों को अलग से नकद भुगतान पेमेंट करें वो भी साढ़े 7 रुपए प्रति एक क्विंटल…मंहत ने कहा कि ये साय सरकार बनने के बाद ही शुरु हुआ है और ये अवैध वसूली है…जबकि इन सभी काम के लिए भारत सरकार प्रति क्विंटल 22.05 रू. राज्य सरकार की एजेन्सी को देती है….
CG Dhan kharidi update News, कैबिनेट मंत्री गजेंद्र यादव का कहना है कि चरण दास महंत जो बात कह रहे हैं वह कोई नया विषय नहीं है.. किसान अपनी बोरी में धान लाते हैं और पलटी का पैसा खुद देते हैं, जो शुरू से चला रहा है, नई बात नहीं है…
छत्तीसगढ़ में इस खरीफ सत्र में धान बेचने के लिए 25 लाख से ज्यादा किसानों ने पंजीयन कराया है। सरकार ने 160 लाख मिट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा है। ऐसे में इन आंकड़ों के मध्य नजर अभी से धान खरीदी व्यवस्था सुदृढ़ कर देनी चाहिए..ताकि किसानों को निराश ना होना पड़े।