ऐसे में कैसे सवरेंगा हमारा भविष्य, एक ही कमरे में पढ़ने को मजबूर 60 छात्र, प्रशासन ने अब तक नहीं ली सुध

In such a situation, how will our future be saved

ऐसे में कैसे सवरेंगा हमारा भविष्य, एक ही कमरे में पढ़ने को मजबूर 60 छात्र, प्रशासन ने अब तक नहीं ली सुध
Modified Date: November 29, 2022 / 08:52 pm IST
Published Date: August 2, 2022 12:09 am IST

धमतरीः जिले  के बांसपारा प्राथमिक स्कूल में 60 छात्र एक कमरे में पढ़ने को मजबूर हैं..40 साल पुराना जर्जर भवन तोड़ तो दिया गया पर अब तक बना नहीं। जर्जर भवन के टूटने का खामियाजा भी छात्रों को उठाना पड़ रहा है। 60 बच्चे एक कमरे में पढ़ने को मजबूर हैं। धमतरी जिले के कुकरेल पंचायत के गांव माकरदोना और बांसपारा प्राथमिक स्कूल के 40 साल पुराना स्कूल भवन जिसे जर्जर होने के कारण तोड़ दिया गया है।

Read more : सुरक्षाबलों के एक्शन से माओवादी नेता हुए अलर्ट, छत्तीसगढ़ के जंगलों से नक्सली कमांडरों ने शुरू किया पलायन 

पुरान भवन तोड़ा गया पर नया भवन नहीं बन पाया। शासन की ओर से कोई प्रयास ही नही किया गया। प्रशासन केवल आश्वासन दे रहा है। केवल स्कूल ही नहीं आंगनबाड़ी भवन को भी जर्जर होने के कारण तोड़ा गया। लेकिन नये भवन की स्वीकृति नही मिली। नतीजन आंगनबाड़ी किराए के एक घर में संचालित हो रही है। ग्रामीणों का कहना है कि नया भवन नही बनने के कारण यहां पढ़ाई व्यवस्था का बुरा हाल है।

 ⁠

Read more : यहां छिपा था खरगोन दंगें का मास्टरमाइंड शमीउल्लाह, आरोपी तक ऐसे पहुंची पुलिस, अब पनाहगार भी पहुंचा सलाखों के पीछे 


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।