Reported By: Jitendra Soni
,Jashpur Cyber Yodha/ Image source: IBC24
Jashpur Cyber Yodha: पत्थलगांव। जशपुर पुलिस ने आज के डिजिटल युग में हर व्यक्ति डिजिटल हो चुका है, लेकिन इसके साथ ही साइबर अपराधों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। साइबर ठगों ने ठगी का ऐसा जाल बिछाया है कि हर दिन हजारों लोग इसका शिकार हो रहे हैं। लेकिन अब छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने साइबर ठगी से निपटने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। पुलिस ने 200 से अधिक ‘साइबर योद्धा’ तैयार किए हैं, जो गांव-गांव जाकर लोगों को साइबर ठगी से बचाने के लिए जागरूक करेंगे।
तैयार किेए गए 228 साइबर योद्धा
दरअसल, जशपुर पुलिस ने जिला प्रशासन, यूनिसेफ और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर साइबर अपराधों के खिलाफ एक अनूठा मॉड्यूल तैयार किया है। इस मॉड्यूल के तहत 228 साइबर योद्धा तैयार किए गए हैं। दिल्ली से आए मास्टर ट्रेनरों ने इन स्वयंसेवकों के साथ-साथ 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को विशेष प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में साइबर ठगों की ठगी के तौर-तरीकों और उनसे बचाव के उपायों की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में एनएसएस के छात्र-छात्राओं ने भी हिस्सा लिया। अब ये साइबर योद्धा और पुलिसकर्मी गांव-गांव, स्कूल-कॉलेजों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाकर जागरूकता अभियान चलाएंगे।
पहले चरण में 40 पिछड़ी ग्राम पंचायतों को चुना
जशपुर के एसएसपी शशि मोहन सिंह का कहना है कि इस पहल से साइबर अपराधों में कमी आएगी। पहले चरण में जशपुर जिले की 40 पिछड़ी ग्राम पंचायतों को चुना गया है, जहां साइबर योद्धा जाकर लोगों को साइबर फ्रॉड के खतरों और बचाव के तरीकों के बारे में बताएंगे। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने सभी साइबर योद्धाओं को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि साइबर फ्रॉड आज पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है, और इस पहल से निश्चित रूप से साइबर अपराधों पर अंकुश लगेगा। जशपुर पुलिस की यह पहल न केवल साइबर अपराधों के खिलाफ एक मजबूत कदम है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का भी एक अनूठा प्रयास है। उम्मीद है कि इन साइबर योद्धाओं के प्रयासों से लोग साइबर ठगी से बच सकेंगे।