Jhiram Ghati Naxal Attack News

Jhiram Ghati Naxal Attack : 32 लोगों की शहादत के बाद कितनी बदली झीरम घाटी, 10 सालों में कितनी सुधरी बीहड़ों की हालत, पढ़े पूरी रिपोर्ट

Jhiram Ghati Naxal Attack News: 25 मई 2013 को बस्तर जिले की झीरम घाटी में देश के दूसरे सबसे बड़े नक्सली हमले को अंजाम दिया गया था।

Edited By :   Modified Date:  May 24, 2023 / 06:37 PM IST, Published Date : May 24, 2023/6:29 pm IST

Jhiram Ghati Naxal Attack News : रायपुर। 25 मई 2023 को झीरम घाटी कांड के पूरे 10 साल हो जाएंगे। यह दिन हर साल अपने साथ एक नृशंस हत्याकांड की याद लेकर आता है। ठीक 10 साल पहले 25 मई 2013 को बस्तर जिले की झीरम घाटी में देश के दूसरे सबसे बड़े नक्सली हमले को अंजाम दिया गया। इस हमले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के कई प्रमुख नेताओं समेत कुल 32 लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था।

read more : झीरम घाटी हमला! माओवादियों ने चुन-चुन कर की थी कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की हत्या, अब तक पता नहीं चल सकी असली वजह 

छत्तीसगढ़ के लिए झीरम घाटी कांड एक कभी न भरने वाले घाव की तरह है। 10 साल बाद भी इस हत्याकांड का रहस्य अनसुलझा है। कांग्रेस ने पिछले साल से ही इस दिन को झीरम घाटी शहादत दिवस के तौर पर मनाने की शुरुआत की है। बहरहाल इस हत्याकांड के कई रहस्य अब तक अनसुलझे हैं और पता नहीं कब तक झीरम घाटी के पीड़ितों को न्याय मिल पाएगा। इस हमले नंदकुमार पटेल, दिनेश पटेल, महेन्द्र कर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, योगेंद्र शर्मा समेत कई दिग्गज नेता और उनके सुरक्षाकर्मी समेत कुल 32 लोग शहीद हुए थे।

 

कांग्रेसी नेताओं की शहादत के बाद कितना हुआ घाटी का विकास

झीरम घाटी में हुई इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद वहां के स्थानीय निवासी आज भी डर डर के अपना जीवन यापन कर रहे है। वहीं सरकार भी वहां के विकास को लेकर निरंतर ही प्रयास में जुटी हुई है। घटना के सालों बाद चाह कर भी लोग दिन में भी इस सड़क से नहीं गुजरना चाहते थे, लेकिन अब इस इलाके में घटना के बाद नए पुलिस कैंप खोले गए हैं। काफी हद तक लोगों के मन से डर हटा है। वहीं आसपास के ग्रामीण अंचलों में भी विकास होने से अब झीरम घाटी के झीरम गांव में चहल-पहल दिखाई देने लगी है।

read more : गोबर की आमदनी से आदिवासी किसान ने खरीदा ट्रैक्टर, गोठान में मिले काम से थमा पलायन

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य गठन के 22 सालों में जरूर नक्सलियों ने कई बड़ी वारदातो को अंजाम दिया है। जिसमें दरभा झीरम घाटी के सड़क में भी आज से 9 साल पहले नक्सलियों ने लगातार घटनाओं को अंजाम दिया है, लेकिन बस्तर पुलिस ने सबसे पहले प्रशासन के साथ मिलकर इस इलाके में नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण करने के साथ आसपास के इलाके को विकसित करने का काम शुरू किया। इस इलाके को नक्सल मुक्त करने के लिए एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाकर दरभा डिवीजन में सक्रिय कई नक्सलियों को भी मार गिराया गया और कुछ नक्सलियों को गिरफ्तार किया। इसके अलावा कई नक्सलियों ने पुलिस के सामने खुद सरेंडर कर दिया।

और भी लेटेस्ट और बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें