Election Boycott in Kurrubhat: 4 साल बाद भी पूरी नहीं हुई ये मांग.. नेताओं के झूठे वादों से तंग आकर ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
Election Boycott in Kurrubhat: 4 साल बाद भी पूरी नहीं हुई ये मांग.. नेताओं के झूठे वादों से तंग आकर ग्रामीणों ने दी चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
Election Boycott in Kurrubhat| Photo Credit: IBC24
- खैरागढ़ के ग्राम कुर्रूभांट के ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी
- ग्रामीणों ने नेताओं के झूठे वादों से तंग आकर चुनाव का बहिष्कार करने का मन बनाया
- आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में 53 ब्लाकों में मतदान हुआ
Election Boycott in Kurrubhat: प्रशांत सहारे, खैरागढ़। नगरीय निकाय के बाद प्रदेश में आज त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण में 53 ब्लाकों में मतदान हुआ। दोपहर 1 बजे तक 45.52% मतदान हो चुका है, जिसमें पुरुषों का प्रतिशत 43.50%, महिलाओं का 46.12% और अन्य का 5.77% दर्ज किया गया। अभी दो और चरण बाकी हैं, जो 20 फरवरी और 23 फरवरी को होने हैं। इसी बीच खैरागढ़ के ग्राम कुर्रूभांट के ग्रामीणों ने नेताओं के झूठे वादों से तंग आकर चुनाव का बहिष्कार करने का मन बना लिया है।
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चुनाव बहिष्कार की दी चेतावनी
ग्रामीण आज बड़ी संख्या में कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी। ग्रामीणों का कहना है कि, ग्राम कुर्रूभांट और ग्राम चिचका के बीच बहने वाली नदी पर बना पुलिया पिछले 4 वर्षों से क्षतिग्रस्त है बिना छड़ के पुल का निर्माण किया गया था, जिसकी वजह से पुल ज्यादा समय तक नहीं टिक पाया। पुल न होने से हमें आवाजाही के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गर्मी के दिनों में नदी सुखी रहती है तो नदी पार करके चले जाते हैं ,लेकिन बारिश के दिनों में आवागमन पूरी तरह बंद हो जाता है।
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विधायक और सांसदों से भी लगा चुके गुहार
ग्रामीणों का कहना है कि, पुल के पुननिर्माण के लिए हम विधायक, सांसद सहित अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं। लेकिन, अब तक पुल का निर्माण नहीं हो सका है। नेता हर बार चुनाव के पहले आते है और पुल के निर्माण करवाने का वादा करके चले जाते हैं और जितने के बाद भूल जाते है। अब नेताओं के झूठे वादों से तंग आकर हमने चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय किया है।

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