kanker crime news
कांकेर। कांकेर पुलिस को 19 मार्च को मिली अधजली लाश के मामले को सुलझाने में बड़ी सफलता मिली है। दरअसल 19 मार्च को नेशनल हाइवे 30 में मकड़ी के करीब खेत में महिला की अधजली लाश के मिली थी। महिला की शिनाख्त ना हो पाने के कारण कोतवाली पुलिस ने अन्य जिलों के थानों में महिला की पहचान के प्रयास शुरू किए। घटना के दो दिन बाद भिलाई के चरोदा थाने में गुम इंसान पूर्णिमा ग्वाला के रूप में मृतका की पहचान हुई।
<<*IBC24 News Channel के WhatsApp ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*>>
मृतका के परिजनों के अनुसार पूर्णिमा आखिरी बार अपने पति तुलसीराम मानिकपुरी के साथ गई थी। पुलिस ने शक के आधार पर जांच शुरू की। आस पास के सीसीटीवी खंगाले गए। साइबर सेल की मदद से कांकेर पुलिस फरार आरोपी की तलाश में कभी कवर्धा तो कभी बेमेतरा चक्कर लगाती रही। अंत में पुलिस ने आरोपी पति तुलसी राम मानिकपुरी को रायपुर से गिरफ्तार कर लिया।
read more: कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक खत्म, मंत्री रविंद्र चौबे बोले- हम अपने काम के बूते पर जीतेंगे खैरागढ़ उपचुनाव
पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया की भिलाई चरोदा से पूर्णिमा को लाने के बाद तीसरी पत्नी इंद्राणी मानिकपुरी के साथ गुरुर में ही गला दबाकर हत्या कर दी, बाद में कांकेर के मकड़ी के पास अपने सफारी वाहन में लाकर खेत में लाश फेक पेट्रोल डालकर आग लगा दी। ताकि लाश की पहचान ना हो सके।
आरोपी पति तुलसी राम ने 3 शादी की थी। पहली पत्नी से 2009 में जिससे अभी तलाक का मुकदमा चल रहा है। 2014 में मृतका प्रुणिमा से और 2021 में इंद्राणी से । 2014 से 2021 तक सब ठीक था, लेकिन इंद्राणी से शादी की जानकारी पूर्णिमा को पता चलने से पूर्णिमा से विवाद शुरू हो गया और वो अपने मायके जाकर रहने लगी ।
मायके से ही लगातार मृतका इंद्राणी से विवाद कर रही थीं जिसके बाद आरोपी ने इंद्राणी के साथ मिलकर प्लान बनाया और 18 मार्च को मृतका को चरोदा से गुरुर लाया और गला दबाकर हत्या कर दी। मृतका का पति आरोपी तुलसीराम मानिकपुरी कवर्धा में मार्कफेड में क्षेत्र सहायक पद में पदस्थ है। कांकेर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने के लिए 3 टीम बनाई थी जिन्होंने 5 दिन के अंदर ही अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझा कर आरोपी पति तुलसीराम और तीसरी पत्नी इंद्राणी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।