Mohla Manpur News: जहां पहले गूंजती थी बंदूकें, अब सुनाई देती है मेहनत की आवाज… आमाकोड़ो में लाल आतंक का अंत
जहां पहले गूंजती थी बंदूकें, अब सुनाई देती है मेहनत की आवाज...Mohla Manpur News: Where guns used to echo earlier, now the sound of hard work
मोहला-मानपुर: Mohla Manpur News: नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस के नए बेस कैंप की स्थापना के बाद जिला अब लाल आतंक के खात्मे की ओर बढ़ रहा है। मोहला जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर सितागांव थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले आमाकोड़ो के जंगलों में अब बंदूकों की नहीं बल्कि मेहनत और जीवन सुधार की आवाजें गूंज रही हैं।
Mohla Manpur News: यह इलाका कभी कुख्यात नक्सली लीडर लोकेश सलामे के कारण भय का केंद्र था। आमाकोड़ो गांव लोकेश का पैतृक स्थान होने के कारण लंबे समय तक नक्सली प्रभाव में रहा। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। गांव के समीप पुलिस कैंप खुलने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
Mohla Manpur News: अब तेंदूपत्ता तोड़ाई का काम निर्भीकता से हो रहा है। ग्रामीण बेझिझक जंगलों में जा रहे हैं और ‘हरे सोने’ के नाम से मशहूर तेंदूपत्ते इकट्ठा कर अपनी आजीविका सुधार रहे हैं। डर के साए में रहने वाले लोग अब आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पहले जहां हर वक्त जान का खतरा बना रहता था वहीं अब वे बिना किसी डर के मेहनत कर रहे हैं। पुलिस की मौजूदगी ने न सिर्फ सुरक्षा का माहौल दिया है बल्कि विकास की राह भी खोली है।

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