Publish Date - May 15, 2025 / 12:32 PM IST,
Updated On - May 15, 2025 / 12:32 PM IST
Bomb threat in Baran | Image Source | IBC24
श्योपुर: Bomb threat in Baran: राजस्थान के बारां जिले में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब जिला प्रशासन को कलेक्ट्रेट परिसर को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल मिला। भारत-पाक के बीच तनावपूर्ण हालात के बीच आए इस मेल ने जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप मचा दिया। एहतियातन मिनी सचिवालय और आसपास के कार्यालयों को तुरंत खाली कराया गया।
Bomb threat in Baran: धमकी भरा मेल मिलने की सूचना मिलते ही कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर, एसपी राजकुमार चौधरी, एएसपी राजेश चौधरी, डीएसपी ओमेंद्र सिंह शेखावत सहित प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। पूरे परिसर की घेराबंदी कर दी गई और कर्मचारियों को कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया।
Bomb threat in Baran: फॉरेंसिक टीम, डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्ते ने मौके पर पहुंचकर परिसर की गहन तलाशी शुरू कर दी। पूरे दिन सुरक्षा बल परिसर को खंगालते रहे हालांकि खबर लिखे जाने तक कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली थी। जिला प्रशासन ने कर्मचारियों को अग्रिम सूचना तक कार्यालय नहीं आने का निर्देश दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और जांच को और अधिक मजबूत किया गया है। पुलिस और साइबर सेल ईमेल की जांच कर रही हैं कि धमकी किसने और कहां से भेजी।
बारां बम धमकी मामला राजस्थान के बारां जिले का है, जहां जिला कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी भरा ईमेल प्राप्त हुआ, जिससे प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया।
बारां बम धमकी मामला में कौन-कौन से सुरक्षा कदम उठाए गए?
बारां बम धमकी मामला में जिला प्रशासन ने मिनी सचिवालय और आसपास के कार्यालयों को खाली कराया, बम स्क्वॉड, डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम ने मौके पर तलाशी अभियान चलाया।
क्या बारां बम धमकी मामला में कोई विस्फोटक सामग्री मिली?
नहीं, बारां बम धमकी मामला में खबर लिखे जाने तक कोई विस्फोटक या संदिग्ध सामग्री नहीं मिली थी।
बारां बम धमकी मामला में ईमेल किसने भेजा यह पता चला है क्या?
बारां बम धमकी मामला की जांच साइबर सेल और पुलिस कर रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि धमकी भरा ईमेल किसने और कहां से भेजा।
बारां बम धमकी मामला के बाद कर्मचारियों को क्या निर्देश दिए गए हैं?
बारां बम धमकी मामला को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी कर्मचारियों को अग्रिम आदेश तक कार्यालय न आने का निर्देश दिया है।