CG News: छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ में सीमा सुरक्षा बल ने मनाया रक्षाबंधन पर्व, छात्राओं ने बांधी जवानों की कलाई पर राखी

BSF celebrated Raksha Bandhan in Abujhmad: बड़ी संख्या में नागरिक, जवानों को राखी बांधने और उनके प्रति स्नेह व कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुए। इस आत्मीय मिलन ने स्थानीय समुदाय और सीमा सुरक्षा बल के बीच विश्वास, सुरक्षा और भाईचारे के बंधन को और प्रगाढ़ किया।

CG News: छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ में सीमा सुरक्षा बल ने मनाया रक्षाबंधन पर्व, छात्राओं ने बांधी जवानों की कलाई पर राखी

BSF celebrated Raksha Bandhan in Abujhmad, image source: ibc24

Modified Date: August 9, 2025 / 09:57 pm IST
Published Date: August 9, 2025 9:57 pm IST
HIGHLIGHTS
  • स्थानीय समुदाय और सीमा सुरक्षा बल के बीच विश्वास
  • स्थानीय नागरिकों के साथ आत्मीय संबंध भी स्थापित
  • अबूझमाड़ में तैनात सीमा सुरक्षा बल ने मनाया रक्षाबंधन का पर्व

नारायणपुर: BSF celebrated Raksha Bandhan in Abujhmad, आज दिनांक 9 अगस्त 2025 को छत्तीसगढ़ के अति नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ में तैनात सीमा सुरक्षा बल ने रक्षाबंधन का पावन पर्व बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया। यह आयोजन मुख्यालय सोनपुर तथा सीओबी डोंडरीबेड़ा, होराडी, गड़पा और कंडुलनार में सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर इलाके के बड़ी संख्या में नागरिक, जवानों को राखी बांधने और उनके प्रति स्नेह व कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए उपस्थित हुए। इस आत्मीय मिलन ने स्थानीय समुदाय और सीमा सुरक्षा बल के बीच विश्वास, सुरक्षा और भाईचारे के बंधन को और प्रगाढ़ किया।

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नागरिकों ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए जवानों के अथक प्रयासों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। वहीं, जवानों ने भी राष्ट्र और जनता की सेवा व सुरक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराई। इस अवसर ने न केवल भावनात्मक संबंधों को मजबूत किया, बल्कि एकता और पारस्परिक सम्मान की भावना को भी सुदृढ़ किया।

सीमा सुरक्षा बल ने हमेशा अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी निष्ठा और साहस के साथ किया है। रक्षाबंधन जैसे पारंपरिक पर्वों पर भी जवान न केवल अपनी ड्यूटी निभाते हैं, बल्कि स्थानीय नागरिकों के साथ आत्मीय संबंध भी स्थापित करते हैं। यह त्योहार हमें एकता, भाईचारे और आपसी सम्मान का महत्व सिखाता है, और सीमा सुरक्षा बल ने इसे जनसंपर्क एवं विश्वास निर्माण के एक अवसर के रूप में सफलतापूर्वक अपनाया।

सुरक्षा के साथ-साथ, सीमा सुरक्षा बल अबूझमाड़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास कार्यों में भी सक्रिय योगदान दे रही है। स्थानीय बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए किए जा रहे प्रयास इन दुर्गम क्षेत्रों में शांति और प्रगति का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं।

सीमा सुरक्षा बल का यह प्रयास इस बात का सजीव उदाहरण है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तैनात सुरक्षा बल केवल शांति बनाए रखने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि समाज के सामाजिक और आर्थिक उत्थान में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com