राहुल की सजा पर रार! नई सियासी तकरार.., यहां सुनें भाजपा और कांग्रेस नेताओं की डिबेट

on Rahul's punishment: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सूरत की अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई है। करीब 4 साल पहले 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक में राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर विवादित टिप्पणी की थी।

राहुल की सजा पर रार! नई सियासी तकरार.., यहां सुनें भाजपा और कांग्रेस नेताओं की डिबेट
Modified Date: March 23, 2023 / 11:53 pm IST
Published Date: March 23, 2023 11:53 pm IST

रायपुर। गुजरात की सूरत कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि के एक मामले में दो साल की सजा सुनाई है। हालांकि इसके कुछ ही देर बाद कोर्ट ने जमानत भी दे दी। राहुल गांधी को सजा सुनाए जाने के बाद सियासी गलियारों की गर्माहट बढ़ गई है। छत्तीसगढ़ में तो कांग्रेस सड़क पर उतर कर विरोध कर रही है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही आमने-सामने हैं।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को सूरत की अदालत ने 2 साल की सजा सुनाई है। करीब 4 साल पहले 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक में राहुल गांधी ने मोदी सरनेम को लेकर विवादित टिप्पणी की थी। इसे मानहानि मानते हुए गुजरात के पूर्व मंत्री ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अदालत में राहुल गांधी अपने बयान पर कायम रहे तो जज ने उन्हें दोषी मानते हुए सजा सुना दी। एक बयान को लेकर शुरू हुए इस बखेड़े में अब देशभर के नेता बयानबाजी कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है। पूर्व सीएम रमन सिंह ने राहुल को बड़बोला करार दे दिया तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पलटवार किया कि भाजपा कांग्रेस और राहुल गांधी से डर गई है।

सजा पर सियासत शुरू हुई तो छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया और केंद्र पर आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज दबाई जा रही है। कांग्रेस के तेवर से साफ है कि फिलहाल इस मुद्दे को वो आसानी से नहीं छोड़ेगी…लेकिन सवाल है कि राहुल की छवि पर क्या असर पड़ेगा और अब कांग्रेस के पास क्या विकल्प हैं?

 ⁠

– ब्यूरो रिपोर्ट, आईबीसी24


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com