Vande Bharat: ननों की गिरफ्तारी पर सियासी तूफान! छत्तीसगढ़, केरल, दिल्ली तक घमासान, देखें वीडियो
Chhattisgarh Nun Arrest News: ननों की गिरफ्तारी पर सियासी तूफान! छत्तीसगढ़, केरल, दिल्ली तक घमासान, देखें वीडियो
Chhattisgarh Nun Arrest News | Photo Credit: IBC24
- ननों की गिरफ्तारी से संसद तक सियासी घमासान
- राज्य से लेकर केंद्र तक उठा मामला
- जमानत याचिका खारिज
रायपुर: Chhattisgarh Nun Arrest News छत्तीसगढ़ के भिलाई में ननों की गिरफ्तारी का मामला पूरी तरह से बीजेपी Vs INDIA गठबंधन दलों का बन चुका है। दुर्ग से शुरू हुए मामले में केरल से लेकर संसद तक प्रदर्शन, विरोध और सियासी बयानों सिलसिला साफ इशारा कर रहा है कि मुद्दे को राष्ट्रीय सियासत के केंद्र में लाया जा रहा है। कल हमने इसका केरल कनेक्शन बताया था, आज रायपुर से दिल्ली तक केस को लेकर क्या हुआ।
Chhattisgarh Nun Arrest News छत्तीसगढ़ में दो कैथोलिक ननों की गिरफ्तारी को लेकर संसद के बाहर जबरदस्त हंगामा हुआ। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की अगुवाई में केरल के कांग्रेस सांसदों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत केरल के सांसदों ने भी प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी ने दुर्ग में गिरफ्तार हुई नन को रिहा करने की मांग की है। दरअसल, 25 जुलाई को दुर्ग रेलवे स्टेशन पर ननों को पुलिस ने मानव तस्करी और धर्मांतरण के आरोप में हिरासत में लिया। आरोप है कि ये लोग आदिवासी लड़कियों को धर्मांतरण के लिए ले जा रहे थे। इस गिरफ्तारी के विरोध में वायनाड की कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ पुलिस पर ननों के साथ बदसलूकी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ननों पर झूठे आरोप लगाए गए हैं और अल्पसंख्यकों पर हमले का यह एक और उदाहरण है।
उधऱ, सदन के बाहर हंगामा तो इधर, रायपुर में बजरंग दल ने आंदोलन की चेतावनी दी। संगठन का कहना है कि ये आदिवासी समाज की बेटियों से जुड़ा संवेदनशील मामला है। उनकी मांग है कि ननों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। वहीं कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
PCC चीफ दीपक बैज ने बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन की चेतावनी पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि भाजपा और बजरंग दल एक ही सिक्के के दो पहलू हैं और गृहमंत्री को इस मामले में निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करनी चाहिए। वहीं, उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला है और जांच के नतीजों के आधार पर कार्रवाई होगी।
वहीं केरल से कांग्रेस के दो विधायक रायपुर पहुंचे। दोनों विधायक ननों से मिलने जेल पहुंचे। इससे पहले, इंडिया गठबंधन के चार सांसदों ने भी ननों से मुलाकात की थी। केरल कांग्रेस विधायक रोजी जॉन ने कहा कि उन्हें भारतीय न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।
दुर्ग की FTSC कोर्ट ने ननों की जमानत याचिका खारिज कर दी। कोर्ट ने कहा कि ये मामला NIA एक्ट के तहत आता है, इसलिए जमानत के लिए बिलासपुर हाईकोर्ट में अपील करनी होगी, लेकिन मामले पर सियासत छत्तीसगढ़ से केरल होते हुए संसद तक पहुंच चुकी है। फिलहाल, दोनों नन को जेल में रहना होगा। ये मामला अब कोर्ट और जांच के दायरे में है।

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