हिंदुत्व का छत्तीसगढ़िया मॉडल! छत्तीसगढ़ में फिर शुरू तेरे राम मेरे राम की लड़ाई

हिंदुत्व का छत्तीसगढ़िया मॉडल! छत्तीसगढ़ में फिर शुरू तेरे राम मेरे राम की लड़ाईः Politics started in Chhattisgarh regarding Lord Ram

हिंदुत्व का छत्तीसगढ़िया मॉडल! छत्तीसगढ़ में फिर शुरू तेरे राम मेरे राम की लड़ाई
Modified Date: November 29, 2022 / 08:40 pm IST
Published Date: November 4, 2022 11:53 pm IST

रायपुरः  राम हम सब के आस्था के केंद्र हैं और हमेशा से उनकी पूजा मर्यादा पुरूषोत्तम या रामलला के तौर पर करते रहे हैं। लेकिन सियासी गलियारों में हमारे पूजनीय राम के अलग-अलग स्वरूपों को लेकर नई बहस छिड़ गई है। कांग्रेस कहती है हम तो मां कौशल्या के गोद में बैठे राम की पूजा करते हैं जबकि भाजपा युद्धक राम की। तो सवाल ये कि किसके हैं कौन से राम.?

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छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति और छत्तीसगढ़ियावाद के मुद्दे पर सूबे का सियासी पारा लगातार चढ़ता ही जा रहा है। वार-पलटवार का सिलसिला बदस्तूर जारी है. इस विवाद में अब भगवान राम की भी एंट्री हो गई है। दरअसल कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने बीजेपी और कांग्रेस के राम को ही बांट दिया। रविंद्र चौबे ने कहा कि हम माता कौशल्या के गोद में बैठे राम की पूजा करते हैं जबकि BJP युद्धक राम की प्रतिमा लगाती हैं। हालांकि बीजेपी ने भी काउंटर अटैक करने में देरी नहीं की।

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वैसे छत्तीसगढ़ की राजनीति में ये पहला मौका नहीं है जब सियासी दलों ने राम के नाम पर अपना पॉलिटिक्स के लिए स्कोप ढूंढा हो. बीजेपी और कांग्रेस दोनों खुद को सबसे बड़ा रामभक्त और विरोधी को राम के नाम पर राजनीति करने वाला बताते रहे हैं। फिलहाल छत्तीसगढ़ियावाद पर छिड़े विवाद के बीच श्रीराम का कांग्रेसी स्वरुप बनाम बीजेपी स्वरुप ने एक बार फिर प्रदेश की जनता में भी भारी कन्फ्यूजन पैदा करेगा कि उनके वाले राम कौन से हैं ?


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।