President Droupadi Murmu CG Visit: ‘परिसीमन की सीमा है, पर दिलों में दीवार नहीं’.. छत्तीसगढ़ विधानसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने क्यों कही ये बातें? जानें यहां
'परिसीमन की सीमा है, पर दिलों में दीवार नहीं'.. President Draupadi Murmu addressed the MLAs in Chhattisgarh Assembly
President Murmu wishes for Sarhul/ Image Source- DD News
- राष्ट्रपति मुर्मू ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती कार्यक्रम में कदम्ब का पौधरोपण किया।
- छत्तीसगढ़ विधानसभा ने अब तक 565 अहम विधेयकों को पारित किया है।
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एयरपोर्ट पर सांस्कृतिक नृत्य और गायन के द्वारा पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया।
रायपुरः President Droupadi Murmu CG Visit राष्ट्रपति मुर्मू छत्तीसगढ़ विधानसभा में आयोजित रजत जयंती कार्यक्रम में शामिल हुईं। विधानसभा पहुंचने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधानसभा परिसर में कदम्ब का पौधरोपण किया। इस मौके पर राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह मौजूद थे। उन्होंने विधायकों के साथ फोटो भी खिंचाई। मुर्मु ने संबोधन की शुरुआत जय जोहार के साथ की। उन्होंने कहा कि आपको देखकर मुझे ओडिशा विधानसभा में अपने पुराने दिनों की याद आ गई।
‘छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया’
President Droupadi Murmu CG Visit राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ विधानसभा के रजत जयंती समारोह की बधाई दी। छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में हुई थी। विधायक की जिम्मेदारी निभाना जनसेवक के भावना से बड़े सौभाग्य की बात होती है। इस विधानसभा की इतिहास को जानकर ये मान्यता मजबूत हुई है कि छत्तीसगढ़िया, सबले बढ़िया। छत्तीसगढ़ राज्य को मातृशक्ति का रूप कहा जा सकता है। जैसा यहां शबरी माता का उल्लेख किया गया। यहां छत्तीसगढ़ की महतारी के बारे में गाया जाता है। ये राज्य भारत माता का साक्षात प्रतीक है। नारी शक्ती के रूप में ये राज्य स्थापित है। भारत के संसदीय परंपरा में उनका सम्मानीय स्थान है।
‘मिनीमाता ने समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य किया’
President Droupadi Murmu CG Visit राष्ट्रपति ने कहा कि वंचित वर्ग से आने वाली मिनीमाता ने समाज के लिए उत्कृष्ट कार्य किया। इस सदन में महिलाओं की संख्या 19 है। इस सदन में महिलाओं को विशेष समर्थन प्राप्त हुआ है। उन्होंने महिला विधायकों से अनुरोध किया कि वे अपने क्षेत्र में महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए काम करें। जब सभी बहनें एक-दूसरे को सशक्त बनाएंगी तो हमारा समाज और सशक्त होगा। महिला सदस्यों को प्रयास करना चाहिए कि आने वाले समय में यहां महिला सदस्यों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि वामपंथी लोगों को समाज की मुख्यधारा में लाने आप जल्द सफल हों। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं विद्यमान है। यहां खनिज, उद्योग, हरे-भरे जंगलों सहित ये राज्य प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। यहां महानदी, इंद्रावती और शिवनाथ जैसी नदी का आशीर्वाद प्राप्त है। यहां के सदस्यों को प्रकृति के बीच संतुलन स्थापित करने की जिम्मेदारी है।
परिसीमन की सीमा है, पर दिलों में दीवार नहीं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा के संबंधों को लेकर बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भले ही परिसीमन की सीमा हो, लेकिन दिलों के बीच कोई दीवार नहीं है। हम सभी एक हैं, एक देश के नागरिक हैं। ‘हम भारत के लोग हैं’ का संकल्प हमें जोड़ता है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और सौहार्द की सराहना करते हुए कहा, “छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया।” साथ ही प्रदेश के स्वर्णिम भविष्य की कामना भी की।

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