छत्तीसगढ़ः इस यूनिवर्सिटी में लॉ के 90 फीसदी छात्र फेल! मूल्यांकन को लेकर छात्रों ने उठाए सवाल

स्टूडेंट्स ने रिवेलुएशन की भी मांग की है। छात्र संगठन एनएसयूआई और अभाविप ने इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा है। हालांकि यूनवर्सिटी उत्तरपूस्तिकाओं के मूल्यांकन को सही बता रही है।

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  • Publish Date - February 22, 2023 / 03:21 PM IST,
    Updated On - February 22, 2023 / 04:48 PM IST

90% students of this university fail in Chhattisgarh

रायगढ़। रायगढ़ में स्थित शहीद नंद कुमार पटेल यूनिवर्सिटी लॉ के नतीजों को लेकर विवादों में हैं। जानकर हैरत होगी कि रायगढ़ व जांजगीर जिले में अध्यनरत ला के 90 फीसदी छात्र छात्राएं तीसरे सेमेस्टर में फेल हो गए हैं। जांजगीर जिले के इकलौते कालेज में एलएलएम की पढ़ाई कर रहे 80 फीसदी स्टूडेंट्स भी पहले सेमेस्टर में फेल हैं। परिणाम जारी होने के बाद स्टूडेंट्स वेलुएशन को गलत बता रहे हैं। स्टूडेंट्स ने रिवेलुएशन की भी मांग की है। छात्र संगठन एनएसयूआई और अभाविप ने इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा है। हालांकि यूनवर्सिटी उत्तरपूस्तिकाओं के मूल्यांकन को सही बता रही है।

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दरअसल, कोरोना काल के बाद तीन सालों के अंतराल में यूनिवर्सिटी ने पहली बार आफ लाइन परीक्षाएं ली थी। हाल ही में जब एलएलबी और एलएलएम के नतीजे यूनिवर्सिटी ने घोषित किए तो 80 से 90 फीसदी स्टूड़ेंट्स फेल हो गए हैं। एलएल में जहां 80 फीसदी स्टूडेंट्स फेल हैं तो वहीं एलएलबी के पहले व तीसरे सेमेस्टर में भी 85 से 90 फीसदी छात्र अनुत्तीर्ण हैं। परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद स्टूडेंट्स में खलबली मची हुई है। छात्र वेलुएशन को ही गलत ठहरा रहे हैं।
स्टूडेंट्स का कहना है कि एक साथ इतने अधिक स्टूडेंट्स फेल कैसे हो सकते हैं। कालेज प्रबंधन को माडल आंसर शीट जारी करनी चाहिए ताकि वे गलतियों का मिलान कर सकें। स्टूडेंट्स का ये भी कहना है कि जब तक नए नतीजे नहीं जारी हो जाते तब तक नए सेमेस्टर में प्रवेश फिलहाल रोके जाएं। छात्र रिवेलुएशन की मांग भी कर रहे हैं। अभाविव और एनएसयूआई ने तो पुनर्मूल्यांकन की मांग को लेकर आंदोलन तक की चेतावनी दी है।

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छात्रों का कहना है कि हमको एटीकेटी और रिवेलुएशन का अधिकार चाहिए…इससे पता चल जाएगा कि बच्चे क्या लिखे हैं उनको संतुष्टि मिल जाएगी हम चाहते हैं कि रिवेल और एटीकेटी मिले…कही न कहीं त्रुटि है जांच की आवश्यकता है हम चाहते हैं कि फिर से जांच की जाए और जल्द नतीजे जारी किये जाएं।

इधऱ यूनिवर्सिटी प्रबंधन नतीजों को सही ठहरा रहा है। कुलपति ललित प्रकाश पटेरिया का कहना है कि कॉपियों की जांच के लिए एक्सपर्ट्स का पैनल बनाया गया था। कोविड काल के बाद स्टूडेंट्स ने पहली बार आफ लाइन एग्जाम दिया है। ऐसे में अधिकांश स्टूडेंट्स सही आंसर नहीं लिख पाए हैं। कुलपति का कहना है कि यूनिवर्सिटी स्तर पर एक समिति बनाई जा रही है जो कि इसकी जांच करेगी।

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