Face ki Race: जीत का पूरा विश्वास पर कौन होगा भाजपा के लिए 2023 का चेहरा? मोदी-शाह को किस पर है भरोसा?
रायपुर: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और बीजेपी पुरजोर तरीके से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उन्हें भूपेश पर पूरा भरोसा है, (CG BJP Mein Face ki Race) लेकिन भूपेश बघेल के खिलाफ बीजेपी का चेहरा कौन होगा इस पर बीजेपी मौन है। बीजेपी का हर एक चेहरा चमक रहा है। पीएम मोदी के दौरे में इसके संकेत भी मिले हैं।
लेकिन क्या चुनाव से पहले किसी एक चेहरे पर बात बनेगी या बीजेपी हर एक चेहरे के साथ जीत की चमक पक्की करने की कोशिश कर रही है? आखिर फेस की रेस कब खत्म होगी? और किस पर?
पांच जुलाई को बीजेपी के सबसे बड़े रणनीतिकार की पहचान रखने वाले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रायपुर पहुंचे थे। लगातार दो दिन ताबड़तोड़ बैठकों के बाद 6 जुलाई को वो दिल्ली वापस लौटे। इसके अगले ही दिन 7 जुलाई को बीजेपी के सबसे कद्दावर नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रायपुर आए और इसके अगले ही दिन 8 जुलाई को भाजपा ने घोषणा पत्र समिति का एलान कर दिया।
Sawan Pradosh Vrat 2023 : क्या है सावन का प्रदोष व्रत, जानिए इसकी महत्ता और पूजा विधि….
BJP चुनाव घोषणा पत्र समिति
संयोजक – सांसद विजय बघेल
सह संयोजक – रामविचार नेताम, शिवरतन शर्मा, अमर अग्रवाल
समिति में कुल 31 सदस्य
ओबीसी- 11
आदिवासी-7
एससी-2
ब्राह्मण-6
वैश्य-3
राजपूत – 2
भाजपा ने घोषणा पत्र समिति में हर वोट बैंक को साधने की रणनीति का तो संकेत दिया ही साथ ही। सांसद विजय बघेल को संयोजक बनाकर एक खास संकेत भी दे दिया।
घोषणापत्र तो जब बनेगा तब बनेगा और सियासी बयानों का सिलसिला तो चलता ही रहेगा। लेकिन, विजय बघेल को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से जो सियासी संकेत तलाशे जा रहे हैं। उसके साथ-साथ छत्तीसगढ़ बीजेपी के कई प्रमुख चेहरों को लेकर भी केंद्रीय नेतृत्व के संकेतों का आकलन सियासी हलकों में जारी है। (CG BJP Mein Face ki Race) पीएम मोदी पर 4 पार्टी नेताओं के चेहरे चमक रहे थे। सबसे बड़े चेहरे डॉक्टर रमन सिंह अगला चेहरा हों या ना हों, लेकिन उनसे पार्टी किनारा नहीं कर सकती, ये संकेत तो साफ दे दिया गया। बैकड्रॉप पर सजा नारायण चंदेल का चेहरा बता रहा था कि दौड़ में वो भी शामिल हैं। प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के भाषण में दौड़ जीतने जैसा ही आत्मविश्वास दिख रहा था। और 29 आरक्षित सीटों वाले आदिवासी वोट बैंक को साधने के लिए रेणुका सिंह को भी भरपूर तवज्जो के संकेत भी नहीं छिपे थे। मंच पर ननकी राम कंवर की भी पीठ थपथपाई गई।
इस तरह संकेत सबको मिले। हर चेहरे चमके। लेकिन सबसे ज्यादा चमक किस चेहरे पर आएगी? ये फाइनल संकेत अभी बाकी है।

Facebook



