CG Naxal News Today: छत्तीसगढ़ में 1521 नक्सलियों ने किया सरेंडर, सीएम साय बोले- ‘बंदूक की गोली नहीं, अब विकास की बोली गूंज रही है’

CG Naxal News Today: छत्तीसगढ़ में 1521 नक्सलियों ने किया सरेंडर, सीएम साय बोले- ‘बंदूक की गोली नहीं, अब विकास की बोली गूंज रही है’

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  • Publish Date - July 12, 2025 / 04:10 PM IST,
    Updated On - July 12, 2025 / 04:10 PM IST

Gadchiroli Naxal News/ Image Source: File

HIGHLIGHTS
  • 1521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया
  • ₹1.18 करोड़ के इनामी नक्सली सरेंडर
  • विकास की बोली बंदूक की गोली पर भारी

रायपुर: CG Naxal News Today छत्तीसगढ़ के सुदूर अंचलों में बदलाव की बयार बह रही है। बस्तर बदल रहा है, बंदूकें थम रही हैं और लोकतंत्र की लौ अब हर कोने में जल रही है। इसी परिवर्तनशील वातावरण में आज सुकमा जिले में ₹1.18 करोड़ के इनामी 23 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इन्हें मिलाकर पिछले 24 घंटों में कुल 45 नक्सलियों ने हिंसा का मार्ग त्यागकर लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास जताया है।

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CG Naxal News Today मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस अभूतपूर्व घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल आत्मसमर्पण नहीं है, बल्कि विश्वास की उस जीत का प्रतीक है, जो हमारी सरकार ने ‘नियद नेल्ला नार’ जैसी जनउन्मुख योजनाओं के माध्यम से गाँव-गाँव तक पहुँचाया है। अब यहां बंदूक की गोली नहीं, विकास की बोली सुनाई दे रही है।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पिछले 15 महीनों में 1521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, जो इस बात का स्पष्ट प्रमाण है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सरकार की पहुंच और विश्वास निरंतर बढ़ा है। यह सफलता राज्य सरकार की ‘नवीन आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025’ की सकारात्मकता को भी दर्शाती है, जिसके तहत हथियार छोड़ने वाले नक्सलियों को न केवल सामाजिक सम्मान, बल्कि पुनर्वास और आजीविका का अवसर भी दिया जा रहा है।

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मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह परिवर्तन यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के मार्गदर्शन में चल रहे सुशासन के विजन का सजीव उदाहरण है।उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हमारा प्रदेश तय समय-सीमा के भीतर नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त होगा और बस्तर क्षेत्र का प्रत्येक नागरिक विकास की मुख्यधारा से जुड़ेगा।

छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण क्यों किया?

सरकार की 'आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति 2025' के तहत सामाजिक सम्मान, आर्थिक सहायता और पुनर्वास की सुविधा मिलने के कारण नक्सलियों ने आत्मसमर्पण का रास्ता चुना।

छत्तीसगढ़ में अब तक कितने नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है?

मुख्यमंत्री के अनुसार, पिछले 15 महीनों में कुल 1521 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सरकार क्या सुविधा देती है?

सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास, सामाजिक पुनर्जनन, आर्थिक सहायता और सुरक्षा प्रदान करती है।

क्या छत्तीसगढ़ सरकार की नई नीति से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बदलाव आया है?

हां, मुख्यमंत्री साय के अनुसार नीति से ग्रामीणों में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ा है और बस्तर क्षेत्र में लोकतंत्र की लौ जलने लगी है।

आत्मसमर्पण की इस प्रक्रिया का छत्तीसगढ़ में क्या सामाजिक प्रभाव पड़ा है?

इससे शांति, विकास और शासन की पहुंच बढ़ी है, और बस्तर जैसे क्षेत्रों में हिंसा में कमी आई है।