Publish Date - January 10, 2025 / 03:00 PM IST,
Updated On - January 10, 2025 / 03:00 PM IST
Chhattisgarh Nagariya Nikay Chunav 2025 Latest Update / छत्तीसगढ़ में EVM से होगा नगरीय निकाय चुनाव / Image Source: IBC24
रायपुर: Chhattisgarh Nagariya Nikay Chunav 2025 Latest Update छत्तीसगढ़ में पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। दोनों ही चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब आरक्षण की सूची सरकार की ओर से निर्वाचन आयोग को सौंपी जाएगी। लेकिन इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से कराया जाएगा। बता दें कि कुछ दिन पहले ये जानकारी आई थी कि नगरीय निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराया जाएगा।
Chhattisgarh Nagariya Nikay Chunav 2025 Latest Update मिली जानकारी के अनुसार डिप्टी सीएम अरुण साव ने आज मीडिया से बात करते हुए जानकारी दी है कि नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से हो सरकार इसकी हर संभव कोशिश कर रही है। चुनाव आयोग भी इसकी पूरी कोशिश कर रही है। उन्होंने बताया कि ईवीएम टेस्टिंग का एक्सरसाइज जारी है। संभव हुआ
तो निकाय चुनाव ईवीएम से ही होगा।
दूसरी ओर डिप्टी सीएम अरुण साव ने बीते दिनों मीडिया को जानकारी देते हुए बताया था कि पंचायत और निकाय चुनाव एक साथ करवाना संभव नहीं है। इससे पहले ये कहा जा रहा था कि दोनों ही चुनाव एक साथ कराए जाएंगे। सरकार के कई मंत्रियों ने भी इस संबंध में बयान दिया था। हालांकि समय के साथ एक साथ चुनाव कराए जाने का बयानों को खारिज किया गया।
नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम से कराने की कोशिश की जा रही है। डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा है कि ईवीएम टेस्टिंग की प्रक्रिया जारी है।
"पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव एक साथ" क्यों नहीं हो रहे हैं?
डिप्टी सीएम अरुण साव के अनुसार, पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव एक साथ कराना संभव नहीं है, इसलिए दोनों चुनाव अलग-अलग होंगे।
"नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण सूची" कब जारी होगी?
नगरीय निकाय चुनाव के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और सूची निर्वाचन आयोग को जल्द सौंपी जाएगी।
"पंचायत चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया" क्या होगी?
पंचायत चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पर सरकार ने अभी कोई बदलाव की जानकारी नहीं दी है। आमतौर पर यह बैलेट पेपर से ही कराई जाती है।
"ईवीएम का उपयोग" नगरीय निकाय चुनाव में क्यों किया जा रहा है?
ईवीएम का उपयोग समय और संसाधन बचाने के लिए किया जा रहा है। इसकी टेस्टिंग प्रक्रिया भी जारी है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि चुनाव पारदर्शी और सुचारू रूप से हों।