CG Reservation in Promotion: छत्तीसगढ़ में ‘पदोन्नति में आरक्षण’ की मांग.. इस विभाग के कर्मचारियों की चेतावनी, 10 मार्च से सामूहिक अवकाश

संघ ने सरकार और कंपनी प्रशासन से जल्द से जल्द मांगों को लेकर सकारात्मक कदम उठाने की अपील की है, ताकि प्रदेश की जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

  •  
  • Publish Date - February 22, 2025 / 03:55 PM IST,
    Updated On - February 22, 2025 / 03:55 PM IST

Chhattisgarh Reservation in Promotion || Image- Demo pic IBC24 News

HIGHLIGHTS
  • विद्युत मंडल आरक्षित वर्ग संघ ने पदोन्नति में आरक्षण की मांग पर दी आंदोलन की चेतावनी
  • 10 हजार कर्मचारी 10 मार्च को रहेंगे अवकाश पर, 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी
  • संघ बोला—पदोन्नति में आरक्षण लागू करें, नहीं तो विद्युत आपूर्ति बाधित होने की होगी जिम्मेदारी

Chhattisgarh Reservation in Promotion: रायपुर: छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल आरक्षित वर्ग अधिकारी संघ ने पदोन्नति में आरक्षण सहित अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करने की घोषणा की है। संघ के अध्यक्ष आर.एल. ध्रुव ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विद्युत कंपनी प्रबंधन पर मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया।

Read More: Global Investors Summit 2025: ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के लिए तैयार इंदौर.. शहर बन सकता है उद्योगपतियों की पहली पसंद, देखें ये रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ में पदोन्नति में आरक्षण का मामला

संघ का कहना है कि पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर विद्युत कंपनी में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को पदोन्नति में आरक्षण दिया जाना चाहिए। लेकिन, प्रबंधन इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं ले रहा है।

10 से सामूहिक अवकाश

Chhattisgarh Reservation in Promotion: संघ ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो 10 मार्च को प्रदेशभर में 10,000 से अधिक कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इसके बावजूद समाधान नहीं हुआ तो 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी जाएगी। संघ ने स्पष्ट किया कि हड़ताल के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में पूरी जिम्मेदारी कंपनी प्रबंधन की होगी।

Read Also: Sai Cabinet Ke Faisle: प्रदेश के किसानों की बल्ले-बल्ले.. बीज उपार्जन को लेकर साय कैबिनेट की बैठक में लिया बड़ा निर्णय 

संघ ने सरकार और कंपनी प्रशासन से जल्द से जल्द मांगों को लेकर सकारात्मक कदम उठाने की अपील की है, ताकि प्रदेश की जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट क्या है?

पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट पदोन्नति में आरक्षण से संबंधित सिफारिशें देती है, जिसके आधार पर संघ यह मांग कर रहा है कि विद्युत कंपनी में इसे लागू किया जाए।

संघ की प्रमुख मांगें क्या हैं?

संघ की मुख्य मांगें पदोन्नति में आरक्षण लागू करना और अन्य सांगठनिक सुधारों को लागू करना हैं।

आंदोलन का जनता पर क्या असर पड़ेगा?

यदि हड़ताल होती है, तो प्रदेशभर में विद्युत आपूर्ति बाधित हो सकती है, जिससे जनता को असुविधा हो सकती है।

यदि हड़ताल होती है, तो प्रदेशभर में विद्युत आपूर्ति बाधित हो सकती है, जिससे जनता को असुविधा हो सकती है।

हां, सरकार संघ और विद्युत कंपनी प्रबंधन के बीच वार्ता कर समाधान निकाल सकती है।

अगर मांगें नहीं मानी गईं तो आगे क्या होगा?

यदि 10 मार्च को सामूहिक अवकाश के बावजूद समाधान नहीं निकला, तो संघ 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल करेगा।