CM Vishnu Deo Sai on Electricity Rate Hike || Image- IBC24 News File
CM Vishnu Deo Sai on Electricity Rate Hike: रायपुर: छत्तीसगढ़ में बिजली बिल के दाम को लेकर सत्ताधारी दल भाजपा और कांग्रेस के बीच संग्राम छिड़ गया है। विपक्षी दल के विरोध के बीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव से ने दावा किया है कि, इस बढ़ोतरी से आम लोगों और किसानों को फर्क नहीं पड़ेगा। सरकार गरीबों को बिजली बिल हाफ योजना का लाभ दे रही है। इसी तरह किसानों को निर्धारित फ्री यूनिट बिजली मिलती है। मुख्यमंत्री ने बताया है कि, उनकी सरकार 3एचपी और 5एचपी पंप के लिए फ्री बिजली देती हैं।
गौरतलब है कि, छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग ने शुक्रवार को सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में औसतन 1.89 प्रतिशत की वृद्धि को मंजूरी दे दी। नई दरें एक जुलाई से प्रभावी हो गई हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि वाम चरमपंथ प्रभावित जिलों में संचार व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए मोबाईल टावरों को ऊर्जा प्रभार में 10 प्रतिशत की छूट का प्रावधान किया गया है।
CM Vishnu Deo Sai on Electricity Rate Hike: कांग्रेस ने पूर्व में सरकार के इस फैसले का विरोध किया था तो वही अब इसके खिलाफ ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है। इस दौरान कांग्रेस के नेता बिजली ऑफिस और विद्युत् विभाग के अफसरों के दफ्तरों का भी धेरराव करेंगे।
पीसीसी चीफ दीपक बैज के मुताबिक़ बिजली बिल में बढ़ोत्तरी के खिलाफ इसी महीने के 15 से 17 जुलाई तक प्रदेश भर में ब्लॉक स्तरीय प्रदर्शन-आंदोलन किया जाएगा। आंदोलनकारी इस दौरान जेई और एई ऑफिस का घेराव करेंगे जबकि 22 जुलाई को बिजली विभाग के जिला कार्यालयों का घेराव किया जाएगा।
CM Vishnu Deo Sai on Electricity Rate Hike: कांग्रेस ने साय सरकार से मांग किया है कि, विद्युत् दरों में हुई बढ़ोतरी का फैसला वापस लिया जाये। कांग्रेस के मुताबिक़ साय सरकार ने चौथी बार बिजली की दर में इजाफा किया है वही तत्कालीन भूपेश सरकार में सिर्फ 2 पैसे बढ़ाए गए थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि, जब-जब छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनी है, तब-तब बिजली के दाम बढ़े है। बीजेपी की सरकार में 6 रुपए से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख ने सरकार से सवाल किया है कि, जब बिजली, पानी और कोयला हमारा है तो फिर बिजली महंगी क्यों किया जा रहा है? सरकारी विभागों पर करोड़ों का बकाया है जबकि, दूसरी तरफ स्मार्ट मीटर लगाकर आम जनता को लूटने की कोशिश हो रही है।