Melody king singer Nitin Dubey will spread the magic

मैनपाट महोत्सव और लोक मड़ई डोंगरगांव में अपने आवाज़ का जादू बिखरेंगे मेलोडी किंग सिंगर नितिन दुबे

मैनपाट महोत्सव में अपने आवाज़ का जादू बिखरेंगे मेलोडी किंग सिंगर नितिन दुबे ; Melody king singer Nitin Dubey will spread the magic of his voice at Mainpat Mahotsav and Lok Madai Dongargaon

Edited By :   Modified Date:  February 8, 2023 / 09:37 PM IST, Published Date : February 8, 2023/9:37 pm IST

रायपुर । सुप्रसिद्ध गायक संगीतकार और अभिनेता नितिन दुबे छत्तीसगढ़ के सबसे बेस्ट लाइव परफ़ॉर्मर में से एक हैं,उनकी प्रसिद्धि का आलम ये है कि उनके लाइव प्रस्तुति को देखने के लिए हजारों लाखों की संख्या में दर्शक और श्रोता आते हैं,इसलिए नितिन दुबे को हर बड़े महोत्सव में प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित किया जाता है।ऐसे ही छत्तीसगढ़ में भी आगामी 2 बड़े महोत्सव “लोक मड़ई डोंगरगांव” और ‘मैनपाट महोस्तव” में नितिन दुबे को आमंत्रित किया गया हैं, जहां पर वो अपने एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीतों की प्रस्तुति देंगे। आगामी 11 फरवरी को “लोक मड़ई डोंगरगांव” जिला राजनांदगांव में और 14 फरवरी को “मैनपाट महोत्सव” जिला सरगुजा में नितिन दुबे अपनी आवाज़ का जादू बिखेरेंगे।

नितिन दुबे ने छत्तीसगढ़ी संगीत को राष्ट्रीय पर ख्याति दिलाई 

नितिन दुबे आज संगीत की दुनिया मे वह नाम हैं जिन्होंने छत्तीसगढ़ी गीत संगीत को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई है और उनके गीत यूट्यूब के माध्यम से देश विदेश में देखे और सुने जाते हैं।हाल ही में यूट्यूब द्वारा जारी नितिन दुबे ऑफीशियल यूट्यूब चैनल के जियोग्राफिकल एनालिटिक्स में 18 से ज़्यादा देशों का नाम सामने आया जहां नितिन के छत्तीसगढ़ी गीतों और भजनों को  देखा और सुना जाता है, नितिन ने छत्तीसगढ़ी गीतों और भजनों को ग्लोबल लेबल पर पहुंचाने का काम किया है और छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़ी गीतों को आज के युवा वर्ग के बीच प्रचलित किया है। इतना ही नहीं नितिन दुबे छत्तीसगढ़ के उन चुनिंदा गायकों में से एक हैं जिन्होंने भजन के क्षेत्र में भी खूब नाम कमाया और छत्तीसगढ़ के अलावा देश के अलग अलग राज्यों ओड़िसा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों में अपने भजनों और लोकगीतों की प्रस्तुतियां देते आ रहे हैं।

बेस्ट लाइव परफ़ॉर्मर के रूप में जाने जाते हैं सिंगर नितिन दुबे

आज बहुत कम ऐसे सिंगर हैं जो स्टूडियो के साथ साथ लाइव में भी एक जैसा गाते हैं, ऐसे ही सुरीले गायक और परफ़ॉर्मर हैं नितिन दुबे, जिनकी रिकॉर्डिंग और लाइव दोनों में गायकी एक जैसी होती है और अपने एनरजेटिक परफॉर्मेंस से वो दर्शकों के दिल मे जगह बना लेते हैं। स्टेज पे नितिन गायकी के साथ साथ अपने हाई एनर्जी परफॉर्मेंस के लिए भी काफी मशहूर हैं और स्टेज पर इतना मूवमेंट करने के बाद भी नितिन एकदम सुर में गाते हैं जो कि एक विलक्षण प्रतिभा है। उनके फैन्स उन्हें कभी छत्तीसगढ़ का किशोर कुमार तो कभी सोनू निगम कहते हैं लेकिन नितिन की अपनी एक अलग पहचान है और नितिन कहते हैं कि उन्होंने किशोर कुमार जी को अपना आदर्श माना है और गुरु हमेशा गुरु होता है उनसे हमेशा सीखा जाता है।नितिन कहते हैं कि उनकी प्रतियोगिता हमेशा खुद से होती है और मंच पर दर्शकों का मनोरंजन करना उनका परम कर्तव्य है जिसे वो बहुत मेहनत से पूरा करते हैं।

महज 7 साल की उम्र से मंच पर गा रहे हैं नितिन

महज 7 साल की उम्र से मंच पर गा रहे हैं नितिन, 2000 से ज़्यादा मंचीय प्रस्तुतियां दे चुके हैं नितिन ने अपनी पहली प्रस्तुति एक बाल कलाकार के रूप में महज 7 साल की उम्र में पहली बार स्कूली मंच पर 1988 में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में दी थी, ये एक गायन प्रतियोगिता थी, और नितिन ने उसमें प्रथम स्थान प्राप्त किया था, अविभाजित मध्यप्रदेश में उन्होंने कई संगीत प्रतियोगिताओं में भाग लिया और एक बाल कलाकार के रूप में ख्याति प्राप्त की और आज पिछले तीन दशक से लगातार संगीत की सेवा कर रहे हैं और पिछले 35 वर्षों में लगभग 2000 से ज़्यादा मंचीय प्रस्तुतियां देश के अलग अलग राज्यों में दे चुके हैं नितिन दुबे और ये सफर जारी है।

संगीत की प्रतिभा मिली विरासत में,पूरा परिवार है प्रतिभाशाली

नितिन दुबे को संगीत विरासत में मिला है,बचपन मे नन्हे नितिन अपनी माता कालिन्दी दुबे के भजन गायन को सुनकर बहुत प्रेरित होते थे,और अपने पिता परमहंस दुबे जो कि एक अच्छे लोकगायक और भजन गायक हैं उनसे नितिन ने संगीत की बारीकियां सीखीं और आगे चलकर उन्होंने अपने गुरु स्वर्गीय गुलाब राम चौहान से क्लासिकल संगीत सीखना शुरू किया लेकिन गुरु के असामयिक मृत्यु के बाद नितिन ने खुद से संगीत साधना शुरू किया,शास्त्रीय संगीत की किताबों को पढ़ कर और बड़े बड़े उस्तादों के टेप कैसेट्स सुनना शुरू कर दिया और बॉलीवुड संगीत के महान गायक किशोर कुमार के गीतों का अभ्यास करने लगे। इस तरह नितिन को गायन की प्रतिभा विरासत में मिली और इसे वो आगे ले जाते हुए अपने बच्चों को भी संगीत की जानकारी दे रहे हैं, नितिन दुबे कि एक पुत्री सिद्धि दुबे और पुत्र सिद्धार्थ दुबे हैं।खासकर उनकी बिटिया सिद्धि दुबे को संगीत में बहुत रुचि है और वो कथक सीख रही हैं साथ ही साथ छत्तीसगढ़ी लोक गीत और भजन भी गाती हैं,पिछले साल सावन में उनका पहला छत्तीसगढ़ी शिवभजन “कांवर वाला” रिलिज़ हुआ था और नितिन कहते हैं कि आने वाले टाइम पे सिद्धि भी उनके साथ मंचीय प्रस्तुतियां देगी। नितिन दुबे अपनी सफलता में अपनी पत्नी संजू दुबे का हाथ मानते हैं जो उन्हें नए नए गीत बनाने के लिए प्रेरित करती हैं।

संगीत के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड बना चुके हैं नितिन

युवा वर्ग में हैं सबसे ज़्यादा प्रचलित,यूट्यूब पर सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले छत्तीसगढ़ी गायक हैं नितिन नितिन दुबे ने “रायगढ़ वाला राजा” “हाय मोर चाँदनी” “चँदा रे” “का तैं रूप निखारे चंदैनी” “हाय रे मोर कोचईपान” “हाय रे मोर मुनगाकाड़ी” “हाय रे मोर नीलपरी” “दिल दे दे दुरुगवाली” जैसे सैकड़ों सुपरहिट गीत दे चुके हैं। बहुमुखी प्रतिभा के गायक संगीतकार अभिनेता नितिन दुबे यूट्यूब में छत्तीसगढ़ी गायकों में सबसे ज़्यादा देखे जाने वाले गायक हैं उनके यूट्यूब चैनल “नितिन दुबे ऑफीशियल” पर टोटल 300 मिलियन व्यूवरशिप पूरा हो चुका है मतलब 30 करोड़ से ज़्यादा बार उनके गीतों को सिर्फ उनके यूट्यूब चैनल पर देखा गया है,और 7 लाख 60 हज़ार से ज़्यादा उनके चैनल पर सब्सक्राइबर हैं, नितिन अब तक छत्तीसगढ़ी गायकों में सबसे ज़्यादा सब्सक्राइबर वाले गायक हैं और संगीत के क्षेत्र में कई रिकॉर्ड बना चुके हैं, हाल ही में उन्हें कला के क्षेत्र में “केलो धरोहर सम्मान” और “छत्तीसगढ़ मेलोडी किंग” अवार्ड से सम्मानित किया गया है।