Good News For Farmers: प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी.. आय दोगुनी करने सरकार ने उठाया ये कदम, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई गति

Good News For Farmers: प्रदेश के किसानों के लिए खुशखबरी.. आय दोगुनी करने सरकार ने उठाया ये कदम, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई गति

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  • Publish Date - February 17, 2025 / 06:17 PM IST,
    Updated On - February 17, 2025 / 06:17 PM IST

Good News For Farmers| Photo Credit: CG DPR

HIGHLIGHTS
  • किसानों की आय दोगुनी करने के लिए उठाए जा रहे ठोस कदम
  • छत्तीसगढ़ में डेयरी विकास से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई गति, किसानों की बढ़ेगी आय - मुख्यमंत्री साय
  • राज्य सरकार पशुपालन को बना रही समृद्ध ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़
  • राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के मार्गदर्शन में तैयार हुआ पायलट प्रोजेक्ट, डेयरी उद्योग को मिलेगी नई दिशा

Good News For Farmers: रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में श्वेत क्रांति की तर्ज पर डेयरी उद्योग को सशक्त बनाने और किसानों व पशुपालकों की आय दोगुनी करने की दिशा में राज्य सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं। सीएम साय ने कहा कि दुग्ध उत्पादन को लाभकारी व्यवसाय बनाने और प्रदेश को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के सहयोग से एक पायलट प्रोजेक्ट तैयार किया गया है, जिसके तहत व्यापक स्तर पर कार्य किया जाएगा।

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छत्तीसगढ़ के 6 जिलों को किया शामिल

मुख्यमंत्री साय ने मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित बैठक में पशुपालन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि, दिसंबर 2024 में राज्य सरकार और NDDB के बीच हुए समझौते के बाद छत्तीसगढ़ में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि हेतु तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की अधिकांश आबादी कृषि से जुड़ी है और अतिरिक्त आय के लिए पशुपालन का कार्य भी करती है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की विशेषज्ञता में तैयार पायलट प्रोजेक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य सरकार लगभग 5 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। इस योजना के अंतर्गत छत्तीसगढ़ के 6 जिलों को शामिल किया गया है और सफल क्रियान्वयन के बाद इसे पूरे प्रदेश में विस्तारित किया जाएगा।

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ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी मजबूती

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, डेयरी उद्योग के विकास से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। इसके साथ ही, प्रदेशवासियों के पोषण स्तर में भी सुधार होगा, जिससे बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव आएगा। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने के साथ-साथ, प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता में वृद्धि और सरप्लस दूध के उपयोग को लेकर ठोस कार्य योजना तैयार की जाए। सीएम ने यह भी कहा कि दूध उत्पादन से जुड़े किसानों और पशुपालकों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए ताकि वे आधुनिक तकनीकों को अपनाकर अपनी आय को बढ़ा सकें।

प्रदेश में प्रतिदिन 58 लाख किलोग्राम दूध का उत्पादन 

बैठक में राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) के चेयरमैन मिनिष शाह ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में प्रतिदिन 58 लाख किलोग्राम दूध का उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य दुग्ध संघ की कार्यप्रणाली का गहन अध्ययन करने के बाद, दुग्ध उत्पादन और मार्केटिंग को बढ़ाने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई है। मिनिष शाह ने बताया कि प्रदेश में सहकारी समितियों के माध्यम से पशुपालकों को आधुनिक तकनीक और मशीनों से दूध की गुणवत्ता जांच और तत्काल भुगतान की सुविधा प्रदान की जाएगी। बायोगैस और बायो-फर्टिलाइजर प्लांट की स्थापना से पशुपालकों की अतिरिक्त आय के स्रोत बढ़ेंगे, जिससे पर्यावरणीय संतुलन भी बना रहेगा।

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छत्तीसगढ़ को डेयरी उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प

मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों से कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन से छत्तीसगढ़ को दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं। उन्होंने डेयरी विकास, पशु उत्पादकता संवर्धन, पशु प्रजनन और पशु पोषण को बढ़ावा देने के लिए दीर्घकालिक योजना के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की।

मुख्यमंत्री का आह्वान – पशुपालन से समृद्धि की ओर बढ़े छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि, राज्य सरकार किसानों और पशुपालकों के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के माध्यम से दुग्ध उत्पादन को नई ऊंचाइयों तक ले जाया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए दृढ़संकल्पित है। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, कृषि उत्पादन आयुक्त शहला निगार, संचालक पशुपालन रिमिजियूस एक्का सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ में डेयरी विकास योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है?

इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालन को बढ़ावा देकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना और किसानों की आय में वृद्धि करना है।

राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) की इस परियोजना में क्या भूमिका है?

NDDB इस पायलट प्रोजेक्ट को तकनीकी मार्गदर्शन और संसाधनों की उपलब्धता में सहायता प्रदान कर रहा है, जिससे डेयरी उद्योग को सही दिशा मिल सके।

किसानों को डेयरी उद्योग से क्या लाभ मिलेगा?

किसानों को दूध उत्पादन बढ़ाने, उचित मूल्य पर विपणन और आधुनिक तकनीकों का लाभ मिलेगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

क्या इस योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे?

हाँ, डेयरी उद्योग के विस्तार से ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार और नए रोजगार के अवसर मिलेंगे।

इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को कैसे आवेदन करना होगा?

सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के तहत किसान स्थानीय पशुपालन विभाग या सहकारी समितियों से संपर्क कर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।