Raipur News: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक और उनके पति पर लगे गंभीर आरोप, 3 महिला सदस्यों ने की सनसनीखेज शिकायत

Raipur News: राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक और उनके पति पर लगे गंभीर आरोप, 3 महिला सदस्यों ने की सनसनीखेज शिकायत

  • Reported By: Sandeep Shukla

    ,
  •  
  • Publish Date - October 7, 2025 / 07:48 PM IST,
    Updated On - October 9, 2025 / 10:50 AM IST

Raipur News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • छत्तीसगढ़ महिला आयोग में हड़कंप,
  • अध्यक्ष के पति पर अवैध दखल का आरोप,
  • 3 सदस्यों ने लगाए गंभीर आरोप,

रायपुर: Raipur News:  छत्तीसगढ़ महिला आयोग में गंभीर विवाद छिड़ गया है। आयोग की सदस्यों लक्ष्मी वर्मा, सरला कोसरिया और दीपिका सोरी ने आज हुई बैठक का बहिष्कार कर अध्यक्ष किरणमयी नायक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सदस्यों ने मीडिया के सामने बताया कि किरणमयी के पति विनोद नायक ऑफिस में अवैध रूप से सुबह से शाम तक मौजूद रहते हैं और शिकायतों को पढ़कर दोनों पक्षों को फोन लगाते हैं। इसके अलावा भारद्वाज और शमीम नामक महिला अधिवक्ता भी सुनवाई बैठकों में शामिल रहती हैं।

सदस्यों का आरोप है कि किरणमयी बिना सदस्यों को शामिल किए अनाधिकृत लोगों के साथ मिलकर सुनवाई करती हैं। सरला कोसरिया ने कहा कि जैसे कुछ सरपंचों के पति ही गांव के काम देखते हैं, वैसे ही आयोग में अध्यक्ष के पति ही सारे काम संभाल रहे हैं। उन्होंने आंशका जताई कि यह समूह सेटिंग में चलता है। दीपिका सोरी ने बताया कि उनके सचिव अभय सोनवानी पर एक पक्ष से पैसे मांगने और फिर गांव जाकर सुनवाई कराने की गंभीर शिकायत लिखित में मिली है।

Raipur News:  सदस्यों का यह भी कहना है कि किसी भी सदस्य को सुनवाई में शामिल नहीं किया जाता और अध्यक्ष अकेले अंतिम निर्णय लेती हैं जबकि नियम के अनुसार यह निर्णय दो सदस्यों के बीच लिया जाना चाहिए। लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी विधि विभाग के साथ मुख्यमंत्री और राज्यपाल को भी दी जाएगी। वहीं महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने इस मामले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि इस मामले में सचिव ही जानकारी देंगे।

यह भी पढ़ें

छत्तीसगढ़ महिला आयोग विवाद में अध्यक्ष पर क्या आरोप हैं?

अध्यक्ष किरणमयी नायक पर आरोप है कि उनके पति बिना अनुमति के कार्यालय में मौजूद रहते हैं और सुनवाई प्रक्रिया में हस्तक्षेप करते हैं।

महिला आयोग की बैठक का बहिष्कार क्यों किया गया?

सदस्यों ने अध्यक्ष और उनके समर्थकों के अनधिकृत तरीके से काम करने का विरोध करते हुए बैठक का बहिष्कार किया।

क्या महिला आयोग के नियमों का उल्लंघन हुआ है?

हाँ, आरोप है कि सुनवाई में सभी सदस्यों को शामिल किए बिना अकेले अध्यक्ष निर्णय लेती हैं, जो नियमों के खिलाफ है।

सचिव अभय सोनवानी पर क्या शिकायतें आई हैं?

उन पर पैसे मांगने और पक्षपातपूर्ण सुनवाई कराने की शिकायतें मिली हैं।

इस विवाद का अगला कदम क्या होगा?

सदस्य इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री, राज्यपाल और विधि विभाग को कर चुके हैं, जहां से आगे की जांच और कार्रवाई संभव है।