CG Ki Baat: खुली दावों की दुकान, वही बयान..फिर घमासान, बयानों की बाढ़ के बीच किस दल की संभावना प्रबल है?

CG Ki Baat: खुली दावों की दुकान, वही बयान..फिर घमासान, बयानों की बाढ़ के बीच किस दल की संभावना प्रबल है?

CG Ki Baat: खुली दावों की दुकान, वही बयान..फिर घमासान, बयानों की बाढ़ के बीच किस दल की संभावना प्रबल है?

CG Ki Baat/ Image Credit: IBC24

Modified Date: February 14, 2025 / 11:42 pm IST
Published Date: February 14, 2025 11:42 pm IST

रायपुर। CG Ki Baat:  नगरीय निकाय चुनाव की काउंटिंग के एक दिन पहले भाजपा और कांग्रेस में जीत-हार को लेकर बयान तेज और तल्ख हो गए हैं। सत्तापक्ष का कहना है कि विधानसभा,लोकसभा के बाद अब नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी को जनता का साथ मिलना तय है तो जनता ने सरकार के 13 महीने के कार्य देखे हैं तो कांग्रेस का दावा है कि वाकई जनता ने देखा है कि साय सरकार का अब तक कार्यकाल कितना निराशाजनक रहा हैसो कांग्रेस की जीत तय है।

Read More: Bilaspur High Court News: बिलासपुर हाईकोर्ट में पहली बार 7 याचिकाओं पर हिंदी में सुनवाई और आदेश भी.. दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों से जुड़ा था मामला..

बस चंद घंटे और 15 फरवरी शनिवार सुबह 9 बजे से EVM में कैद नगरीय निकाय चुनाव के नतीजे सबके सामने होंगे साफ होगा कि शहर में इस बार किसकी सरकार इसी बीच दावों का दौर लगातार जारी है। डिप्टी सीएम अरुण साव का दावा है कि अधिकांश नगरीय निकाय सीटों पर बीजेपी की जीत होगी, क्योंकि बीते 13 महीने में सरकार ने शहरों के लिए बड़ा काम किया, एक बार फिर भाजपा ने चुनाव को गंभीरता से लड़ा। वहीं, CM साय का दावा है कि, विधानसभा, लोकसभा के बाद निकाय चुनाव में भी बीजेपी को अच्छी जीत मिलेगी। बीजेपी नेताओं का दावा है कि जनता ने कांग्रेस को देख समझ लिया है। कांग्रेस ने जनता को छला है, सो वो जनता ता भरोसा खो चुकी है।

 ⁠

Read More: Vote Counting in Korba: उर्जाधानी कोरबा में वोट काउंटिंग का काउंटडाउन शुरू.. जानें किन निकायों की गिनती किस जगह पर..

इधर, बीजेपी के जीत के दावे को कांग्रेस ने पूरी तरह से खारिज कर दिया। पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा की सरकार के साल भर का काम बेहद निराशाजनक रहा, साय सरकार निकाय चुनाव को लेकर खुद नाकानी करती रही जिस तरह बीजेपी ने पहले बैलेट, फिर EVM से चुनाव की बात कही उसपर कांग्रेस को पहले भी संदेह था और अब भी है।

CG Ki Baat:  दावे अपनी जगह है लेकिन असल में होगा वही जो जनता ने EVM में दर्ज कर दिया है। रिजल्ट वाले दिन के लिए कांग्रेस ने रणनीति के मुताबिक वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग क्षेत्र में जिम्मेदारी दे रखी है तो बीजेपी भी अलर्ट मोड में है। सवाल ये है कि क्या निकाय चुनाव के नतीजे साय सरकार के परफोर्मेंस पर जनता की मुहर माना जाएगा?


लेखक के बारे में