TS Singhdeo on Hindu People: हिंदुओं पर बयानबाजी करके बुरे फंसे टीएस सिंहदेव, भाजपा नेताओं ने लिया आड़े हाथों, कहा- कांग्रेस के साथ कोई नहीं…ना ईसाई…ना अल्पसंख्यक

TS Singhdeo on Hindu People: हिंदुओं पर बयानबाजी करके बुरे फंसे टीएस सिंहदेव, भाजपा नेताओं ने लिया आड़े हाथों, कहा- कांग्रेस के साथ कोई नहीं...ना ईसाई...ना अल्पसंख्यक

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  • Publish Date - December 26, 2025 / 02:22 PM IST,
    Updated On - December 26, 2025 / 02:23 PM IST

TS Singhdeo on Hindu People: हिंदुओं पर बयानबाजी करके बुरे फंसे टीएस सिंहदेव, भाजपा नेताओं ने लिया आड़े हाथों / Image: File

HIGHLIGHTS
  • टीएस सिंहदेव ने दावा किया कि मुगलों द्वारा हिंदुओं के दमन के साक्ष्य नहीं
  • मुगलों के संबंधों का उदाहरण देकर अपनी बात रखी
  • सांसद संतोष पांडेय ने कांग्रेस पर 'सनातन विरोधी' होने का आरोप लगाया

अंबिकापुर: TS Singhdeo on Hindu People छत्तीसगढ़ सियासत में मुगलों के इतिहास को लेकर घमासान मचा हुआ है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बाद पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने ऐसी बात कह दी है कि बवाल मचा हुआ है। दोनों कांग्रेस नेताओं के बयान के बाद भाजपा नेताओं ने भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव को आड़े हाथों लिया है। मामले में कृषि मंत्री रामविचार नेताम के साथ-साथ सांसद संतोष पांडेय ने करारा प्रहार किया है।

TS Singhdeo on Hindu People टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के बयान को लेकर सांसद संतोष पांडेय ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि गुमराह करने का काम टीएस सिंहदेव करते रहे हैं और कांग्रेस पार्टी करती रही है। प्रियांक खरगे, स्टालिन इन्होंने सनातनियों को डेंगू मच्छर और गालियां दीं। टीएस ने छत्तीसगढ़ को सबसे गुमराह किया है। स्वास्थ्य मंत्री रहने के दौरान भी इन्होंने वैक्सीन का विरोध किया था। पार्टी के लोग भ्रम फैला रहे थे और चुपके से वैक्सीनेशन भी लगवाया। पश्चिम बंगाल में मुगलों के नाम से मस्जिद बनने का समर्थन कर रहे हैं। मैं प्रश्न करता हूं टीएस सिंहदेव से रतनपुर, डोंगरगढ़ में ट्रस्ट है, कूदरगढ़ में भी ट्रस्ट है, आप अंबिकापुर के चढ़ावे का हिसाब दीजिए। ये हमारे संतों के विरोध में बोल रहे हैं, भूपेश बघेल भी वही बोल रहे हैं। छत्तीसगढ़ की जनता दोनों को जानती है, उन्हें माफ नहीं करेगी।

वहीं, कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने भी कांग्रेस के दोनों नेताओं पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस दुविधा की स्थिति में है, वो खुद को हिंदुत्व का शुभचिंतक नहीं मानती। अल्पसंख्यकों का वोट पाने उनका माला जपती रहती है, उनका भी वोट कटने लगा तो इस तरह की बात कर रहे हैं। कांग्रेस के साथ कोई नहीं है, न हिदू न अल्प संख्यक और न ही ईसाई। कांग्रेस कुछ भी कर ले उनका भला होने वाला नहीं है।

टीएस सिंहदेव ने कहा था कि ”पहले मुगल बहुत कम संख्या में थे, वे अपने धर्म का विस्तार उस तरीके से नहीं कर सकते थे। हिंदू सभ्यता में जो पुरानी परंपरा और पुरानी पद्धतियां रही है उसमें देखा है कि राज करने वाले संख्या में सीमित रहते थे और दूसरों से संबंध बनाते थे। उसमें धर्म को लेकर कभी भी कोई बात दिखती नहीं थी। टीएस ने कहा कि सम्राट अशोक हिंदू थे, गौतम बुद्ध ने हिंदू परिवार में जन्म लिया, उन्होंने बौद्ध धर्म को नई दिशा दी। लेकिन कहीं किसी को बौद्ध बनाने का काम उन्होंने नहीं किया। “इतिहास में कहीं ऐसे कोई साक्ष्य नहीं मिले जो ये बता सके कि मुगलों ने हिंदुओं पर कार्रवाई की हो, मैं भी इतिहास पढ़ा हूं। इतिहास में मैंने एमए किया है। मैं खुद सरगुजा रियासत से आता हूं, हम भी एक राज परिवार के थे। वहां कितने मुसलमान थे, मुसलमानों के समय में भी सरगुजा रियासत थी। हिंदू सुरक्षित थे।”

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टीएस सिंहदेव ने मुगलों और हिंदुओं के संबंधों पर क्या कहा?

टीएस सिंहदेव ने कहा कि इतिहास में उन्हें ऐसे साक्ष्य नहीं मिले जो यह साबित करें कि मुगलों ने हिंदुओं पर कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि उनके समय में भी हिंदू सुरक्षित थे।

सांसद संतोष पांडेय ने टीएस सिंहदेव से किस बात का हिसाब मांगा है?

सांसद संतोष पांडेय ने टीएस सिंहदेव से अंबिकापुर के मंदिरों में आने वाले चढ़ावे का हिसाब देने की मांग की है।

कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कांग्रेस की स्थिति को कैसा बताया है?

रामविचार नेताम ने कहा कि कांग्रेस दुविधा की स्थिति में है और वह खुद को हिंदुत्व का शुभचिंतक नहीं मानती, वह केवल अल्पसंख्यकों के वोट के लिए राजनीति कर रही है।

टीएस सिंहदेव ने सम्राट अशोक और गौतम बुद्ध का जिक्र क्यों किया?

उन्होंने तर्क दिया कि सम्राट अशोक और बुद्ध ने हिंदू परिवारों में जन्म लिया, लेकिन उन्होंने कभी किसी को जबरन बौद्ध बनाने का काम नहीं किया, उसी तरह मुगलों के शासन में भी समन्वय था।

क्या भाजपा ने मुगलों के इतिहास पर सिंहदेव के दावे को स्वीकार किया?

नहीं, भाजपा नेताओं ने इसे गुमराह करने वाली राजनीति बताया और आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं।