कौन बनेगा मार्गदर्शक? 2023 विधानसभा चुनाव से पहले बदलेगा रमन-बृजमोहन का किरदार?

2023 विधानसभा चुनाव से पहले बदलेगा रमन-बृजमोहन का किरदार? Raman-Brijmohan's character will change before assembly elections

  •  
  • Publish Date - October 18, 2022 / 11:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:09 PM IST

रायपुरः प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव से पहले, उसकी तैयारी के बीच भाजपा में परिवर्तन का तेज दौर चल रहा है। प्रदेश प्रभारी बदले, अध्यक्ष बदले, नेता प्रतिपक्ष बदले, जिला अध्यक्षों को बदलने की तैयारी है। बदलाव के क्रम में क्या होगा उन क्षत्रपों का जिन्होंने छत्तीसगढ़ में 15 साल तक बीजेपी सरकार का चेहरा बनकर सत्ता चलाई…क्या अब प्रदेश में पार्टी के दिग्गज जैसे पूर्व CM रमन सिंह, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल मार्गदर्शक की भूमिका निभाएंगे। क्या पूर्व कैबिनेट मंत्री साइड लाइन किए जाएंगे? ये सवाल पार्टी के भीतर तो चर्चा का विषय हैं ही लेकिन इस पर भूपेश कैबिनेट के मंत्री कवासी लखमा भी अब इसे लेकर दावा कर रहे हैं। जाहिर है उस पर भाजपा ने भी पलटवार किया है, अपना घर संभालने की नसीहतें भी मिली हैं।

Read More :  Post Office Scheme: दिवाली से पहले पोस्ट ऑफिस की ये धांसू स्कीम, आपको दे सकती है दोगुना मुनाफा 

दरअसल, छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी ने दावा किया है। लखमा ने कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी की तरह रमन सिंह और बृजमोहन अग्रवाल भी बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल में शामिल होंगे। कवासी लखमा का ये बयान रमन सिंह के एक बयान के बाद आया है। दरअसल सोमवार को राजनांदगांव दौरे पर गए रमन सिंह से मीडिया ने सवाल पूछा कि आप चुनाव लड़ कर छत्तीसगढ़ की राजनीति में बने रहेंगे या केंद्र की राजनीति में जाएंगे। जिसपर रमन सिंह ने जवाब दिया था कि ये हाईकमान फैसला लेगा।

Read More :  खेलते-खेलते नहर में जा गिरे दो बच्चे ने तोड़ा दम, पूरे इलाके में मचा कोहराम 

वैसे कवासी लखमा इकलौते कांग्रेसी नहीं है, जो आगामी चुनाव से पहले रमन सिंह के राजनीतिक पारी पर बयान दिया। कांग्रेस के मुखिया भूपेश बघेल ने भी चुटकी लेते हुए कहा कि रमन सिंह को कोई नहीं बुलाता। वो खुद ही घर बैठे-बैठे बयान देते रहते हैं। कांग्रेस के कटाक्ष पर बीजेपी ने भी जवाबी हमला किया।

Read More : खुशखबरी! FD पर 7.65 प्रतिशत ब्याज दे रहा है ये सरकारी बैंक, इन लोगों को मिलेगा भारी लाभ 

जाहिर है छत्तीसगढ़ में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं..बीजेपी सत्ता वापसी के कमर कस चुकी है। मिशन 23 फतह करने के लिए बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष का चेहरा भी बदल दिया। पुराने चेहरों को साइडलाइन कर नए चेहरों को मौगा दिया जा रहा है। चर्चा ये भी है कि कुछ नेताओं को राज्यपाल बनाकर सम्मानजनक विदाई दी जा सकती है..तो कुछ नेताओं को मार्गदर्शक मंडल में भेजा जा सकता है। फिलहाल ये सवाल तो भविष्य की गर्त में छिपा है कि किसका क्या किरदार तय होता है?