Vishnu ka Sushasan: तकनीक व विज्ञान क्षेत्र में साय सरकार का सराहनीय प्रयास, नवा रायपुर में बन रहा साइंस सिटी, जानिए क्या होगा इसमें खास
Vishnu ka Sushasan: तकनीक व विज्ञान क्षेत्र में साय सरकार का सराहनीय प्रयास, नवा रायपुर में बन रहा साइंस सिटी, जानिए क्या होगा इसमें खास
Science City in Chhattisgarh | Photo Credit: IBC24 Customize
- साइंस सिटी की स्थापना छत्तीसगढ़ में विज्ञान और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए की जा रही है।
- साइंस सिटी में अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे अंतरिक्ष विज्ञान, रोबोटिक्स, ए.आई. लैब्स और वर्चुअल एक्सपेरिमेंट लैब होंगी।
- साइंस सिटी युवाओं के लिए प्रेरणा और शैक्षिक अवसरों का एक प्रमुख केंद्र बनेगी।
रायपुरः Vishnu ka Sushasan आज का युग विज्ञान का युग है। विज्ञान ने मानव जीवन को कई तरह से बदल दिया है। इसकी मदद से हमने कई तरह के उपकरण बनाए हैं, जिससे हमारा जीवन आसान हो गया है। विज्ञान की मदद से मानव चंद्रमा और दूसरे ग्रहों पर भी पहुंचा है। इसके बिना कुछ भी सोच पाना आज के दौर में संभव नहीं है। तकनीक और विज्ञान के इस युग में साय सरकार भी पीछे नहीं है, वह भी कदम से कदम मिलाकर काम कर रही है। साय सरकार के उल्लेखनीय प्रयास से छत्तीसगढ़ में भी एक क्रांति आई है। सरकार इसे लगातार बढ़ाने का प्रयास भी कर रही है।
राज्य सरकार ने विज्ञान और तकनीकी नवाचारों को प्रोत्साहित करने के लिए कई महत्वपूर्ण पहल की हैं, जो प्रदेश को इस क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं। सरकार ने इसके लिए नवा रायपुर के सेक्टर-13 में 30 एकड़ भूमि पर एक अत्याधुनिक साइंस सिटी की स्थापना करने जा रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में साइंस सिटी की स्थापना की दिशा में निर्णायक कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इस साइंस सिटी को आधुनिकतम तकनीकों से युक्त किया जाएगा, जो छत्तीसगढ़ को विज्ञान और तकनीक का नया केंद्र बनाएगा। साइंस सिटी में कई अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जो इसे देश के अग्रणी विज्ञान केंद्रों में शामिल करेंगी। इसमें अंतरिक्ष एवं खगोल विज्ञान केंद्र, स्मार्ट सिटी एवं ग्रीन टेक्नोलॉजी सेक्शन, जलवायु परिवर्तन केंद्र, रोबोटिक्स एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस लैब, एयरोस्पेस रिसर्च सेक्शन, वर्चुअल एक्सपेरिमेंट लैब, थ्रीडी थिएटर और इमर्सिव डिस्प्ले जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल होंगी। इन नवाचारों के माध्यम से छात्रों, शोधकर्ताओं और आम नागरिकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति रुचि विकसित करने का अवसर मिलेगा।

युवाओं के लिए प्रेरणादायक केंद्र बनेगा साइंस सिटी
बीतें दिनों उपमुख्यमंत्री और सरकार में तकनीकी शिक्षा और रोजगार विभाग का जिम्मा संभाल रहे विजय शर्मा ने अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी। इस बैठक में उन्होंने कहा था कि साइंस सिटी सिर्फ एक शैक्षिक संस्थान नहीं, बल्कि यह प्रदेश के युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक केंद्र बनेगा। इसमें छात्रों के लिए एक्सपेरिमेंटल लर्निंग ज़ोन बनाए जाएं, जहां वे वैज्ञानिक अवधारणाओं को व्यावहारिक रूप से समझ सकें।
साइंस सिटी का डीपीआर हो रहा तैयार
स्कीम फॉर प्रमोशन ऑफ कल्चर ऑफ साइंस योजना के तहत साइंस सिटी की स्थापना की जानी है। इसकी कुल लागत 232.70 करोड़ हैं। इसमें 118.14 करोड़ केंद्रांश और 114.56 करोड़ राज्यांश होगा। 2024-25 के बजट में साइंस सिटी की स्थापना के लिए 34.90 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया था। साइंस सिटी का डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद, कोलकाता, संस्कृति मंत्रालय (भारत सरकार) द्वारा बनाया जा रहा है। साइंस सिटी की स्थापना की फिजीबिलिटी स्टडी का काम आईआईएम रायपुर ने किया है।

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