Jashpur News: बारिश में चप्पल पहनकर स्कूल आए बच्चों को प्राचार्य ने नहीं दी एंट्री, तो भड़के अभिभावकों ने लगाया गंभीर आरोप

Jashpur News: बारिश में चप्पल पहनकर स्कूल आए बच्चों को प्राचार्य ने नहीं दी एंट्री, तो भड़के अभिभावकों ने लगाया गंभीर आरोप

Jashpur News: बारिश में चप्पल पहनकर स्कूल आए बच्चों को प्राचार्य ने नहीं दी एंट्री, तो भड़के अभिभावकों ने लगाया गंभीर आरोप

Jashpur News | Photo Credit: IBC24

Modified Date: August 2, 2025 / 06:39 pm IST
Published Date: August 2, 2025 6:39 pm IST
HIGHLIGHTS
  • चप्पल पहनकर स्कूल पहुंचे बच्चों को स्कूल में प्रवेश नहीं मिला
  • स्कूल प्राचार्य ने अनुशासन का हवाला देकर बच्चों को लौटाया
  • अभिभावकों ने जताई नाराज़गी

जशपुर: Jashpur News इस समय बारिश का दौर चल रहा है। जिसकी वजह से स्कूली बच्चों को कई तरह के परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार बारिश की वजह से बच्चों को भीगकर स्कूल जाना पड़ता है। इसी बीच बारिश की वजह से बच्चों के जूते गीले हो गए। जिससे बच्चे चप्पल पहनकर स्कूल चले गए, लेकिन यहां प्राचार्य ने बच्चों को प्रवेश नहीं दिया। स्कूल के प्राचार्य द्वारा बच्चों को स्कूल परिसर से लौटा देने के बाद अभिभावकों में नाराज़गी फैल गई है और स्कूल प्रशासन के रवैये पर सवाल उठने लगे हैं।

Read More: Korba Road Accident Viral Video: कोरबा में भीषण हादसे का Video सोशल मीडिया पर वायरल.. टकराई गाड़ियां तो सड़क पर इस तरह गिरे बाइकर्स, आप भी देखें

Jashpur News मिली जानकारी के अनुसार, मामला कुनकुरी विकासखंड के लोयोला हिंदी माध्यम स्कूल का है। अभिभावकों का आरोप है कि लगातार बारिश के कारण बच्चों के जूते गीले हो गए, जिस कारण वे मजबूरी में चप्पल पहनकर स्कूल पहुंचे। लेकिन प्रिंसिपल फादर सुशील ने उन्हें अंदर जाने से रोक दिया।

 ⁠

बताया जा रहा है कि कई बच्चों को स्कूल गेट से ही लौटा दिया गया, जिससे उन्हें मानसिक और शैक्षणिक नुकसान झेलना पड़ा है। बच्चों के परिजनों ने इसे अमानवीय व्यवहार बताया है और कहा कि स्कूल प्रबंधन को बच्चों की परिस्थिति को समझना चाहिए था। इस मामले में जब स्कूल के प्राचार्य से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट किया कि, “हम बच्चों में अनुशासन बनाए रखने के लिए यह नियम लागू करते हैं। यूनिफॉर्म और उचित पहनावा विद्यालय के अनुशासन का हिस्सा है।”

Read More: OICL Bharti 2025: ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी में असिस्टेंट के 500 पदों पर आवेदन शुरू, जानें पूरी प्रक्रिया और योग्यता

हालांकि, अभिभावकों का कहना है कि यह निर्णय व्यवहारिक नहीं है और बच्चों को असुविधा और अपमान का सामना करना पड़ा। चूंकि इस घटना के बाद अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन से लिखित में माफ़ी मांगने और दुबारा बच्चों के साथ ऐसा बरताव नहीं करने की मांग की है। वहीं इस मामले में कुनकुरी विकासखंड शिक्षा अधिकारी सी. आर. भगत ने बताया कि अभी जानकारी मिली है जांच की जाएगी।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

IBC24 डिजिटल में कंटेंट राइटर के रूप में कार्यरत हूं, जहां मेरी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति सहित प्रमुख विषयों की खबरों की कवरेज और प्रस्तुति है। वर्ष 2016 से डिजिटल पत्रकारिता में सक्रिय हूं और अब तक 8 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य करते हुए न्यूज़ राइटिंग और डिजिटल टूल्स में दक्षता हासिल की है। मेरे लिए पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है—सटीक, तेज और असरदार जानकारी पाठकों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। बदलते डिजिटल दौर में खुद को लगातार अपडेट कर, कंटेंट की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।