शिक्षक पति की मौत के दो साल बाद भी पेंशन पाने दर दर भटक रही पत्नी, शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

शिक्षक पति की मौत के दो साल बाद भी पेंशन पाने दर दर भटक रही पत्नी, शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

शिक्षक पति की मौत के दो साल बाद भी पेंशन पाने दर दर भटक रही पत्नी, शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
Modified Date: November 29, 2022 / 08:25 pm IST
Published Date: October 20, 2021 8:58 pm IST

बिलासपुर। प्रदेश में शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे में है। पति की मौत के 2 साल बाद भी पेंशन पाने के लिए प्रधान पाठक की पत्नी को दर-दर भटकना पड़ रहा है। अब तक उसे पेंशन का लाभ नहीं मिला है। प्रदेश सर्व शिक्षक संघ ने अब मामले को गंभीर बताते हुए मामले की शिकायत संयुक्त सचिव स्कूल शिक्षा विभाग से की है।

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दरअसल, बस्तर जिला व विकासखंड के शासकीय माध्यमिक शाला भोंड़ में पदस्थ प्रधान पाठक बंशीलाल सोनी की मृत्यु 24 अगस्त 2019 को हुई थी। नियमत: पति के मृत्यु के बाद पत्नी गीता सोनी को उनके हिस्से का पेंशन मिलना है। लेकिन विभाग को 35 साल से भी अधिक सेवा देने के बाद भी यह स्थिति है कि उन्हीं के विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से आज 2 साल से भी अधिक समय गुजर जाने के बाद भी उनकी पत्नी को पेंशन नहीं दिया गया है। उनकी पत्नी पेंशन के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है।

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इधर विभाग द्वारा पेंशन निर्धारण न हो पाने की स्थिति में अनुमानित पेंशन अनुमानित उपादान राशि देने का भी प्रावधान है, बावजूद इस नियम को भी अनदेखा कर विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के द्वारा आज तक उन्हें पेंशन राशि नहीं दी गई है। मृतक शिक्षक की पत्नी ने अब इस मामले की लिखित शिकायत सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विवेक दुबे से की है। जिसके बाद संघ ने संयुक्त सचिव स्कूल शिक्षा विभाग और बस्तर संभाग को पत्र लिख मामले के निराकरण और दोषी अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com