Virendra Tomar: हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर ने उगले कई राज! सुनकर पुलिस के भी उड़े होश, जानें फरारी के दौरान किसने दिया था साथ
Virendra Tomar: हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर ने उगले कई राज! सुनकर पुलिस के भी उड़े होश, जानें फरारी के दौरान किसने दिया था साथ
Virendra Singh Tomar
- हिस्ट्रीशीटर रूबी तोमर ने फरारी के दौरान कई राज्यों में छिपने की बात कबूली
- करणी सेना के पदाधिकारियों पर फरारी में मदद करने का आरोप
- मर्डर, अपहरण और ब्लैकमेलिंग जैसे 15 से ज्यादा गंभीर मामले दर्ज।
रायपुर: Virendra Singh Tomar छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सूदखोर हिस्ट्रीशीटर वीरेन्द्र उर्फ रूबी तोमर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। इस दौरान पूछताछ में पुलिस के सामने उसने कई राज खोले हैं।
Virendra Singh Tomar करणी सेना के कई पदाधिकारी दिए थे साथ
वीरेंद्र तोमर ने पूछताछ में कई बड़े राज खोले हैं। फरवरी के दौरान करणी सेना ने वीरेंद्र तोमर की मदद की थी। 5 महीने में चार राज्यों में वीरेंद्र तोमर छिपा रहा। ग्वालियर में करणी सेना के नेता के घर में तोमर रहता था। कई मोबाइल नंबरों से परिवार से संपर्क आरोपी करता था। रोहित तोमर की तलाश में अब भी पुलिस की टीम जुटी हुई है। फरारी में मदद करने वालों पर भी जांच जारी है।
इस बात की भी चर्चा है कि यह ग्वालियर में जो विंसर हिल सोसाइटी है, वहां पे ये जिस फ्लैट में छिपा था वह किसी दिग्गज नेता का है वह करणी सेना से जुड़े हुए हैं। उनका यह करीब एक माह तक वहां ठहरा हुआ था। हालांकि पुलिस का कहना है कि वह करणी सेना से जुड़े एक नेता का फ्लैट था। जिसमें वीरेंद्र किराए पर रह रहा था।
इसके अलावा इस बात का भी खुलासा हुआ है कि इनके द्वारा जो है वह कई बड़े कारोबारी उनमें राजस्थान के भी कारोबारी हैं, यूपी के भी कारोबारी हैं और मध्य प्रदेश के भी कारोबारी हैं। उनके जो पैसे हैं ये ब्याज पे चलाते थे और उनको डबल करके देने की बात कुबली है। पूछताछ में इस बात का भी खुलासा किया है कि जो करणी सेना है उनके जो साथी हैं उन लोगों ने इनकी मदद की है, क्योंकि ये प्रदेश अध्यक्ष हैं करणी सेना के और यहां पे वो कई तरह के करणी सेना के काम यहां करते रहे हैं।
Virendra Singh Tomar Latest News मर्डर से लेकर अपहरण के मामले
वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ अलग-अलग थानों में मर्डर, अपहरण, ब्लैकमेलिंग, आर्स एक्ट आदि के 15 से अधिक मामले हैं। वर्तमान में रोहित और दिव्यांश वसूली और ब्लैकमेलिंग, गुंडागर्दी में सक्रिय थे। सिलतरा इलाके के कई कारोबारियों से भी वसूली की शिकायतें हैं। इसकी अलग से जांच की जा रही है।

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