शह मात The Big Debate: मुगल, मुस्लिम..रार, इधर कांग्रेस..उधर सरकार! छत्तीसगढ़ में मुस्लिम उत्पीड़न के आरोपों की सच्चाई क्या?
Chhattisgarh News: मुगल, मुस्लिम..रार, इधर कांग्रेस..उधर सरकार! छत्तीसगढ़ में मुस्लिम उत्पीड़न के आरोपों की सच्चाई क्या?
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- रायपुर में मुस्लिम और ईसाई समुदाय ने पुलिस-प्रशासन पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया
- कांग्रेस ने धर्मांतरण और मुस्लिम समाज पर कार्रवाई को लेकर सरकार को घेरा
- बीजेपी ने आरोपों को खारिज कर कांग्रेस पर सनातन विरोध का आरोप लगाया
रायपुर: Chhattisgarh News हाल के वक्त में घटी कुछ घटनाओं के लेकर मुस्लिम और ईसाई समुदाय के कुछ लोगों ने राजधानी की सड़क पर प्रदर्शन किया। सीधे-सीधे प्रदेश सरकार पर ये आरोप लगाया कि उनपर पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई भेदभावपूर्ण है। लगे हाथ कांग्रेस नेताओं ने मुगलों का जिक्र छेड़कर बहस का नया सिरा खोल दिया। सवाल ये है कि प्रदेश में पुलिस, प्रशासन या सरकार के किसी भी एक्शन को मजहबी नजरिए से देखना उचित है? वाकई ऐसा है ? या विपक्ष ऐसा दिखाकर पुराने वोट बैंक को साधने नए अवसर बना रहा है?
Chhattisgarh News क्या छत्तीसगढ़ में कार्रवाई धर्म और जाति देखकर हो रही है ? विपक्ष का आरोप तो कम से कम यही है, कांग्रेसी नेताओं ने प्रेस-कॉन्फ्रेंस कर सरकार को बदहाल कानून व्यवस्था पर घेरा, चेताया कि धर्मांतरण के नाम पर ईसाई समाज के लोगों को प्रताड़ित करना बंद ना किया तो गृहमंत्री के बंगले का घेराव किया जाएगा। कांग्रेस के निशाने पर चेंबर-ऑफ-कॉमर्स भी रहा कांग्रेस ने आरोप लगाया की बीजेपी का अपने अनुषांगिक संगठनों पर कंट्रोल नहीं है विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जबरन हिंसा कर त्यौहारों पर प्रदेश का माहौल बिगाड़ रहे हैं। pcc चीफ ने बीते दिनों मुस्लिम समाज पर हुई कार्रवाई पर भी गंभीर सवाल उठाए।
कांग्रेस के सारे आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस के खून में सनातन विरोध है, जिसेे भी कार्रवाई से शिकायत है वो इसकी शिकायत कर सकता है। वहीं प्रदेश में मुगलों को लेकर जारी बयानबाजी से भी माहौल गर्माया हुआ है। पूर्व CM भूपेश बघेल के बाद पूर्व डिप्टी CM टीएस सिंहदेव ने ये कहकर माहौल गर्मा दिया कि मुगलों ने हिंदुओं पर कोई कार्रवाई नहीं की, तो पलटवार में बीजेपी विधायक पुरंदर मिश्रा ने कांग्रेस को मुगलों का राजनीतिक पार्टनर बताते हुई कहा कि कांग्रेस ने मुगलों की तरह छत्तीसगढ़ को 5 साल लूटा।
विपक्ष की प्रेस-कॉन्फ्रेंस और सियासी आरोपों से इतर प्रदेश के मुस्लिम और ईसाई समुदाय ने भी राजधानी की सड़कों पर उतरकर पुलिस-प्रशासन पर भेदभावपूर्ण कार्रवाई का आरोप लगाया। मुस्लिम समाज के मुताबिक राजधानी पुलिस ने पूछताछ और कार्रवाई के नाम पर लोगों को प्रताड़ित किया है। कांग्रेस ने इन दोनों समाजों के विरोध का समर्थन किया है। यहां सवाल ये है कि क्या प्रदेश में पुलिस-प्रशासन या सरकार धर्म-समाज के आधार पर कोई एक्शन ले रही है या फिर विपक्ष विरोध की आंच पर सियासी रोटी सेंक रहा है।

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