शह मात The Big Debate: दर्द-ए-जेल…क्यों व्यथित बघेल? लखमा-भाटिया से मिलने गए भूपेश, मौजूदा सरकार के इशारे पर लखमा को जेल में डालकर किया जा रहा प्रताड़ित?
दर्द-ए-जेल...क्यों व्यथित बघेल? लखमा-भाटिया से मिलने गए भूपेश, When Bhupesh Baghel went to meet Lakhma-Bhatia, politics heated up in Chhattisgarh

Bhupesh Baghel meet Lakhma-Bhatia. Image Source- IBC24
रायपुरः Bhupesh Baghel meet Lakhma-Bhatia पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच का सियासी घमासान शुरू हो गई है। पूर्व CM भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार और प्रशासन तंत्र पर कवासी लखमा को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया तो बीजेपी ने कहा भूपेश और कांग्रेस ने तो कवासी को मोहरा बनाकर साइड-लाइन कर दिया है। आखिर क्यों उठाए गए ये सवाल? सच क्या है? कवासी लखमा को फंसाकर कांग्रेस और पूर्व CM भूपेश बघेल ने भुला दिया है या फिर मौजूदा सरकार के इशारे पर कवासी लखमा को जेल में डालकर प्रताड़ित किया जा रहा है? समझते हैं इस रिपोर्ट के जरिए..
Bhupesh Baghel meet Lakhma-Bhatia पिछली कांग्रेस सरकार पर बीजेपी ने भ्रष्टाचार के कई संगीन आरोप लगाए और वादे के मुताबिक सत्ता में आते ही उन पर जांच शुरू की। भूपेश सरकार के दौरान हुए शराब घोटाले के आरोपों की जांच कर रही EOW ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्त में लेकर पूछताछ की, जांच का दायरा बढ़ा तो लखमा के बेटे-स्टाफ और परिवार तक की संपत्ति की जांच हुई, पूछताछ हुई। फिलहाल लखमा जेल में हैं जिन्हें लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का सीधा आरोप है कि जेल में लखमा और विजय भाटिया से व्यक्तिगत दुश्मनी निकाली जा रही।
हालांकि सत्तापक्ष ने पूर्व CM के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए करारा पलटवार किया। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने दावा किया कि एक पूर्व मंत्री और विधायक से अमानवीय व्यवहार हो ही नहीं सकता,जेल में अस्पताल भी है, लखमा का इलाज भी हो रहा है। इसके साथ ही पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने भूपेश बघेल को घेरते हुए कहा कि भूपेश बघेल को समय ही नहीं मिल रहा था अपने शुभचिंतकों से मिलने का, आरोप लगाया कि बघेल तो विजय भाटिया से मिलने आए, साथ में लखमा से मिल लिए। कुल मिलाकर बीजेपी बार-बार पिछली सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा को अपने ही नेताओं द्वारा फंसाने और अब उन्हें भुला दिए जाने का आरोप लगा रही है तो कांग्रेस का दावा है कि राजनैतिक द्वेशवश आदिवासी नेता लखमा को जेल में डाल दिया गया और अब वहां उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। सवाल है सच क्या है? कवासी लखमा को बलि का बकरा बनाया गया। क्या उन्हें कोई प्रताड़ित कर रहा है?