रिपोर्ट- राजेश मिश्रा, रायपुर: Who is in Race of Rajya Sabha प्रदेश के कोटे से राज्यसभा की जो दो सीट जून में खाली हो रही है, लेकिन चुनाव को लेकर अभी से सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। विधानसभा सदस्यों की संख्या को देखते हुए दोनों सीट कांग्रेस के खाते में जाती दिख रही है। लिहाजा कांग्रेस के दावेदारों ने दबाव डालना शुरू कर दिया है। इस लिस्ट में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत का नाम भी जुड़ गया है। महंत ने कहा कि उनकी राज्यसभा जाने की इच्छा है। महंत की इच्छा पर सीएम ने कहा कि ये तय करने का काम हाईकमान का है। अब सवाल ये है कि इस बार राज्यसभा की रेस में कौन-कौन है? चरणदास महंत के राज्यसभा गए तो सूबे का राजनीतिक समीकरण बदलेगा?
Who is in Race of Rajya Sabha 4 महीने बाद जून महीने में खाली हो रही राज्यसभा की 2 सीटों को लेकर कांग्रेस में दावेदारी शुरू हो गई है। पर्दे के पीछे कई दावेदार हैं, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने मीडिया के सामने खुलकर अपनी इच्छा जाहिर की है। उनका कहना है कि वो उच्च सदन जाना चाहते हैं, लेकिन इसका फैसला सीएम और कांग्रेस हाईकमान को करना है। महंत के बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महंत हमारे सीनियर लीडर है, हाईकमान तय करेगा कि राज्यसभा कौन जाएगा। कौन प्रदेश में रहेगा और कौन लोकसभा चुनाव लड़ेगा ?
विधायकों की संख्या बल के हिसाब से राज्यसभा की दोनों सीट कांग्रेस की झोली में जानी तय है, लेकिन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति को लेकर जिस तरह स्थानीय बनाम बाहरी का मुद्दा गरमाया था। उसके बाद स्थानीय उम्मीदवारों ने अभी से दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है। हालांकि सीएम ने साफ कर दिया है कि हाईकमान को तय करना है कि राज्यसभा किसे भेजा जाएगा? लेकिन दावेदारों की लंबी फेहरिस्त कांग्रेस हाईकमान की सिरदर्द जरूर बढ़ाएगा। दावेदारों की सूची में सत्ता संगठन के प्रभावशाली नेताओं के नाम हैं। वैसे चर्चा इस बात की भी है कि एक सीट हाईकमान के निर्देश पर किसी केंद्रीय नेता को दी जा सकती है। फिलहाल इस संबंध में कांग्रेस की तरफ से कोई खुलकर नहीं बोल रहा है। दूसरी ओर बीजेपी नेता इसे कांग्रेस का अंदरूनी मामला बता रहे हैं।
Read More: मोबाइल फोन में नेटवर्क न आने से हैं परेशान तो अपनाएं ये ट्रिक, मिनटों में दूर होगी दिक्कत
छत्तीसगढ़ में राज्यसभा सदस्य के लिए 31 विधायकों का समर्थन चाहिए। फिलहाल कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं। लिहाजा दोनों सीटों पर कांग्रेस का निर्विरोध जीतना तय है। बीजेपी के 14, जोगी कांग्रेस के 3 और बसपा के 2 विधायक मिलाकर भी 31 की संख्या तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। बहरहाल राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया और विधायकों की संख्या को देखते हुए ये तो तय है कि प्रदेश की दोनों सीटों पर कांग्रेस की पसंद का ही कोई व्यक्ति भेजा जाएगा। लेकिन बड़ा सवाल है इस बार किसी स्थानीय को मौका मिलता है? या फिर हाईकमान के निर्देश पर कोई बाहरी व्यक्ति को राज्यसभा भेजा जाता है?
मुंबई की छह लोकसभा सीट में से तीन पर शिवसेना…
8 hours agoसलमान के घर के बाहर गोलीबारी : आरोपी ने हवालात…
8 hours agoशिवसेना ने नरेश म्हस्के को ठाणे से और हेमंत गोडसे…
10 hours ago