बाबा की एक ही धुन.. ‘CM’ बिन सब सून! क्या सिंहदेव की अधूरी चाहत होगी पूरी?
बाबा की एक ही धुन.. 'CM' बिन सब सून! क्या सिंहदेव की अधूरी चाहत होगी पूरी? Will Singhdev's unfulfilled wish be fulfilled?
रायपुर। Will Singhdev’s unfulfilled wish be fulfilled? छत्तीसगढ़ की सियासत के कद्दावर किरदारो में शुमार टीएस सिंहदेव की ये टीस बार-बार छलक रही है। बीते ढाई साल में कई बार वो इजहार ए चाहत कर चुके हैं। ताजा बयान बिलासपुर का है, जहां उन्होंने कहा कि अभी तक जो परिस्थिति बनी हैं, उसमें वो खुद नहीं जानते कब CM बनेंगे.. मुख्यमंत्री के मामले में बंद कमरे में हाईकमान के साथ क्या हुआ, फिलहाल वह इस पर बोलने में स्वतंत्र नहीं हैं। सिंहदेव के लगातार आ रहे ऐसे बयानों के राजनीति मायने तलाशे जा रहे हैं। क्या उनकी अधूरी चाहत पूरी होगी, बार-बार CM पद को लेकर बयान देने का क्या मकसद हो सकता है, सिंहदेव की इस नाराजगी को कांग्रेस कैसे दूर करेगी और भाजपा इस पर नजर क्यों रखी हुई है।
Will Singhdev’s unfulfilled wish be fulfilled? सरगुजा रियासत के राजा त्रिभुनेश्वर शरण सिंहदेव यानी टीएस बाबा की एक चाहत बीते साढ़े 4 साल से गाहेबगाहे उन्हें बेकरार कर रही है। खासकर इस चुनावी साल में बीते 4 महीनों में 4 बार वे खुलेआम अपने दर्द का इजहार कर चुके हैं। फरवरी में कांग्रेस के अधिवेशन के दौरान सोनिया और राहुल गांधी को एयरपोर्ट पर रिसीव करने से लेकर अब तक सिंहदेव ने अलग-अलग मौकों अपनी इस टीस को जाहिर किया है।
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छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मुख्यमंत्री बनने का सपना संजोए हुए हैं। उन्हें ये पता है कि फिलहाल ऐसा मुमकिन नहीं लेकिन उन्हें हाईकमान पर अब भी भरोसा है। सिंहदेव की इस बेकरारी को कांग्रेस भले समझे या ना समझे लेकिन भाजपा इसे बेहतर समझने का दावा कर रही है।
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दरअसल, 2018 के चुनाव में 15 साल का सूखा खत्म हुआ और कांग्रेस बंपर बहुमत के साथ सत्ता में आ गई। कहा जाता है कि तब सीएम की रेस में सिंहदेव सबसे आगे थे.. तब हाईकमान ने ढाई-ढाई साल का फॉर्मूले बनाकर सिंहदेव को अपनी पारी का इंतजार करने के लिए कहा। इसके बाद ढाई साल पूरे तो हो गए लेकिन सिंहदेव का इंतजार नहीं खत्म हुआ। अब वो टीस रह-रहकर बाबा के बयानों से छलकता रहता है कि .. दिल नाउम्मीद नहीं नाकाम ही तो है.. लंबी है इंतजार की शाम, मगर शाम ही तो है!

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