CG Ki Baat: सुशासन तिहार..सियासत धुआंधार! मिलेगा समस्याओं का निदान? क्या सुशासन का नारा वाकई जमीन में उतर पाएगा? |

CG Ki Baat: सुशासन तिहार..सियासत धुआंधार! मिलेगा समस्याओं का निदान? क्या सुशासन का नारा वाकई जमीन में उतर पाएगा?

CG Ki Baat: सुशासन तिहार..सियासत धुआंधार! मिलेगा समस्याओं का निदान? क्या सुशासन का नारा वाकई जमीन में उतर पाएगा?

Edited By :  
Modified Date: April 8, 2025 / 10:22 PM IST
,
Published Date: April 8, 2025 10:22 pm IST
HIGHLIGHTS
  • आवेदन प्राप्त करने से लेकर समाधान शिविर तक के विभिन्न चरणों में जनता की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
  • सरकार का उद्देश्य जनता से सीधा जुड़ाव और गुड गवर्नेंस का नरेटिव मजबूत करना है।
  • कांग्रेस का कहना है कि यह योजना केवल कागजों तक सीमित न रहे, और समस्याओं का समाधान त्वरित रूप से हो।

रायपुर: CG Ki Baat छत्तीसगढ़ की साय सरकार, ‘सुशासन तिहार’ मना रही है। जनता की समस्याओं को सीधे एड्रेस करने की इस मुहिम के अपने सियासी मायने भी हैं, लेकिन गुड गवर्नेंस के नरेटिव को मजबूत करने के लिए बीजेपी सरकार का ये अभियान, विपक्ष को खटक रहा है। सवाल ये है कि जनता से जुड़ने के लिए साय सरकार की ये पहल कितनी फायदेमंद होगी?

Read More: Amarjit Bhagat on Cabinet Expansion: साय मंत्रिमंडल के विस्तार पर पूर्व मंत्री ने झुनझुना बजाते हुए कसा तंज, कहा- ‘इंतजार में दुबले हो रहे…’ 

CG Ki Baat छत्तीसगढ़ में किसी भी पार्टी की सरकार रहे अपनी योजनाओं की जमीनी जानकारी लेने और आम जनों की समस्याओं को जानने के लिए सरकारों के अलग-अलग तरीके रहे हैं और इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की साय सरकार सुशासन तिहार का आयोजन कर रही है। जिसके तहत सभी निकायों और ग्राम पंचायत में आम लोगों से उनकी समस्याओं, शिकायतों और सुझावों को लेकर आवेदन लिए जाएंगे।

Read More: Amarjit Bhagat on Cabinet Expansion: साय मंत्रिमंडल के विस्तार पर पूर्व मंत्री ने झुनझुना बजाते हुए कसा तंज, कहा- ‘इंतजार में दुबले हो रहे…’ 

जिसका पहला चरण 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक चलेगा। पहले दिन ही कई जगहों पर लोगों ने अपनी समस्या से जुड़े आवेदन दिए हैं। दूसरे चरण में इन आवेदनों को संबंधित विभागों को भेजा जाएगा। जिसका निराकरण एक माह के भीतर करना ही होगा।

Read More: Summer Vacation in Schools: स्कूली बच्चों के लिए बड़ी खुशखबरी, 46 दिनों तक बंद रहेंगे सभी स्कूल, घोषित हो गई गर्मी की छुट्टी

फिर तीसरे चरण में 8 से 15 ग्राम पंचायत के बीच और निकायों में समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे। यहां खुद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, सभी मंत्री,विधायक-सांसद, विभागीय अधिकारी और जिले ब्लॉक के अधिकारी आम जनों की समस्याओं को सीधे सुनेंगे।

Read More: TATA Power Share Price: टाटा पावर के शेयर में 1.42% की तेजी, एक्सपर्ट ने 16.14% की BUY रेटिंग दी – NSE: TATAPOWER, BSE: 500400 

सरकार और बीजेपी का मानना है कि इस अभियान के जरिए सरकार सीधे जनता से जुड़ेगी और इसका लाभ जनता को सीधे तौर पर मिलेगा। जबकि विपक्ष में बैठी कांग्रेस का कहना है कि सुशासन तिहार, कागजों में न होकर धरातल में होना चाहिए और कानून व्यवस्था को दुरुस्त कर, समस्या का समाधान ऑन स्पॉट होना चाहिए।

Read More: बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीयन 15 अप्रैल से शुरू, ऑफलाइन-ऑनलाइन दोनों तरीके से होगी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 

इससे पहले भी सरकारें जनता की समस्या के निराकरण के लिए अभियान चलाती आई हैं। जब डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री थे तब तत्कालीन सरकार ने ग्राम सुराज अभियान चलाया था। भूपेश बघेल ने भी कांग्रेस सरकार के दौरान भेंट-मुलाकात कार्यक्रम किया था और अब साय सरकार ने सुशासन तिहार के जरिए जनता के सीधे जुड़ने की योजना बनाई है। सरकार, जनता से जुड़ना चाहती है, उनकी समस्या का समाधान जल्द से जल्द करना चाहती है, लेकिन जनता चाहती है कि ये योजना चंद दिनों या कुछ महीनों के लिए न होकर हमेशा रहे ताकि जनता को अपनी समस्या के समाधान के लिए परेशान न हो।

'सुशासन तिहार' अभियान क्या है?

'सुशासन तिहार' एक पहल है जिसमें जनता से उनकी समस्याओं और शिकायतों के समाधान के लिए आवेदन लिए जाते हैं, और इन समस्याओं को जल्दी हल करने का प्रयास किया जाता है।

इस अभियान का पहला चरण कब शुरू हुआ था?

अभियान का पहला चरण 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक चल रहा है, जिसमें जनता से आवेदन लिए जा रहे हैं।

क्या 'सुशासन तिहार' केवल कागजों तक सीमित होगा?

विपक्ष, खासकर कांग्रेस, का कहना है कि यह अभियान कागजों तक न रहकर धरातल पर भी प्रभावी होना चाहिए और समस्याओं का समाधान ऑन स्पॉट होना चाहिए।