मुझे मेरा बेटा लौटा दो… मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर महिला ने लगाया बच्चा बदलने का आरोप, बोली- बेटे के बदले थमा दी बेटी

मुझे मेरा बेटा लौटा दो... मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर महिला ने लगाया बच्चा बदलने का आरोप woman accused the medical college of changing the child

मुझे मेरा बेटा लौटा दो… मेडिकल कॉलेज प्रबंधन पर महिला ने लगाया बच्चा बदलने का आरोप, बोली- बेटे के बदले थमा दी बेटी
Modified Date: November 29, 2022 / 08:05 pm IST
Published Date: December 6, 2021 11:33 pm IST

अंबिकापुरः  changing the child मेडिकल कॉलेज में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब एक दंपति ने अस्पताल प्रबंधन पर लड़के की जगह लड़की देने का आरोप लगाया। मां का कहना है कि उन्हें डिलीवरी के बाद बताया गया था कि लड़का हुआ है लेकिन अब 2 दिन बाद उन्हें लड़की दी जा रही है। वहीं अस्पताल प्रबंधन अपनी गलती मानने से इनकार कर रहा है।

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changing the child आरोप है कि इन्हें बेटा हुआ था लेकिन अस्पताल प्रबंधन इन्हें बेटी थमा रहा है। अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज का ये पूरा मामला है। जहां एक माता-पिता अपने बेटे के लिए गुहार लगा रहे हैं। मां का नाम गीता और पिता का नाम संतन है, जिन्हें दो दिन पहले ही बेटा हुआ था। गीता के मुताबिक डिलीवरी के बाद स्टाफ ने भी उसे बताया कि उसे बेटा हुआ है। उसने दो दिन तक बच्चे को दूध भी पिलाया..लेकिन अब उसे लड़की दी जा रही है।

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वहीं बच्चे का पिता संतन भी बेहद परेशान है। वो डॉक्टरों से बार-बार कह रहा है कि उसे बेटा हुआ है, और उसे वही चाहिए, बेटी नहीं और अगर अस्पताल से उसे उसका बेटा नहीं मिता, तो वो थाने जाएगा। वहीं इस पूरे मामले से अस्पताल में खलबली मची हुई है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन अपनी गलती नहीं मान रहा है। डॉक्टर का कहना है कि एक ही दिन में एक नाम की दो महिलाओं की डिलीवरी हुई, जिसमें इस गीता को लड़की और दूसरी गीता को लड़का हुआ था। दूसरी गीता को उसका बेटा देकर डिस्चार्ज भी कर दिया गया। जबकी यहां भर्ती गीता की बच्ची को NSCU से बाहर निकाला ही नहीं गया। प्रबंधन इस मामले में कोई भी गलती होने से इनकार कर रहा है

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मां का दावा है कि उसने जन्म के बाद बेटे को दो दिन तक अपने पास रखा। तो वहीं डॉक्टर का कहना है कि उसे बेटी ही हुई थी। अब ऐसे में मामला गंभीर हो गया है। दंपति अपना बेटा लेने पर अड़े हैं। अब सवाल ये है कि कौन सच और कौन झूठ बोल रहा है। ऐसे में जांच के बाद ही पूरे मामले की सच्चाई सामने आएगी।

 


लेखक के बारे में

सवाल आपका है.. पत्रकारिता के माध्यम से जनसरोकारों और आप से जुड़े मुद्दों को सीधे सरकार के संज्ञान में लाना मेरा ध्येय है। विभिन्न मीडिया संस्थानों में 10 साल का अनुभव मुझे इस काम के लिए और प्रेरित करता है। कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय से इलेक्ट्रानिक मीडिया और भाषा विज्ञान में ली हुई स्नातकोत्तर की दोनों डिग्रियां अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ने के लिए गति देती है।