DKS बना मौत का अस्पताल, एक साल में 2346 मरीजों की थमी सांसें, औसतन रोज 6 मरीजों की होती है मृत्यु

DKS बना मौत का अस्पताल, एक साल में 2346 मरीजों की थमी सांसें, औसतन रोज 6 मरीजों की होती है मृत्यु

DKS बना मौत का अस्पताल, एक साल में 2346 मरीजों की थमी सांसें, औसतन रोज 6 मरीजों की होती है मृत्यु
Modified Date: November 29, 2022 / 07:45 pm IST
Published Date: November 26, 2019 5:27 am IST

रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू हो गई है। सदन में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने डीकेएस अस्पताल को लेकर लगाए गए प्रश्न के जवाब में लिखित जवाब दिया है। मंत्री सिंहदेव के जवाव में डीकेएस अस्पताल को लेकर कई बड़े खुलासे हुए हैं।

Read More: महाराष्ट्र में बुधवार शाम 5 बजे होगा फ्लोर टेस्ट

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने अपने जवाब में बताया है कि डीकेएस अस्पताल मौत का अस्पताल बन गया है। यहां एक साल के भीतर 2346 मरीजों की मौत हो चुकी है। इस लिहाज से औसतन डीकेएस अस्पताल में रोजाना 6 मरीजों की मौत होती है। बता दें यह आंकड़ा अक्टूबर 2018 से अक्टूबर 2019 के बीच हुई मरीजों की मौत का है।

 ⁠

Read More: स्टांप ड्यूटी में हेराफेरी कर पंजीयन विभाग को लगाया चूना, 100 डिफाल्टर बिल्डरों को कुर्की नोटिस

उन्होंने अपने जवाब में आगे बताया है कि डीकेएस अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की तुलना में 15 प्रतिशत मरीजों की मौत हो जाती है। यानि जितने मरीज भर्ती होते हैं उनमें से 15 प्रतिशत लोगों की उपचार के दौरान मौत हो जाती है।

Read More: महाराष्ट्र का महासंग्राम, बीजेपी के खिलाफ 162 विधायकों ने ली शपथ, उद्धव बोले- अब बताएंगे शिवसेना क्या चीज है

 


लेखक के बारे में

"दीपक दिल्लीवार, एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 10 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑनलाइन समाचार वेबसाइट से की थी, जहां उन्होंने राजनीति, खेल, ऑटो, मनोरंजन टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें राजनीति, खेल, मनोरंजगन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी काफी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदार रिपोर्ट पेश की है। दीपक दिल्लीवार, पिछले 5 साल से IBC24 न्यूज पोर्टल पर लीडर के तौर पर काम कर रहे हैं। इन्हें अपनी डेडिकेशन और अलर्टनेस के लिए जाना जाता है। इसी की वजह से वो पाठकों के लिए विश्वसनीय जानकारी के सोर्स बने हुए हैं। वो, निष्पक्ष, एनालिसिस बेस्ड और मजेदार समीक्षा देते हैं, जिससे इनकी फॉलोवर की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। काम के इतर बात करें, तो दीपक दिल्लीवार को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है। वो हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस करने में यकीन रखते हैं।"