‘दू पईडिल सुपोषण बर‘ कार्यक्रम का आगाज, पर्यटन को बढ़ावा देने गंगरेल से जबर्रा तक 55 किमी तक साइकिलिंग | Cycling up to 55 km from Gangrel to Jabara to boost tourism

‘दू पईडिल सुपोषण बर‘ कार्यक्रम का आगाज, पर्यटन को बढ़ावा देने गंगरेल से जबर्रा तक 55 किमी तक साइकिलिंग

‘दू पईडिल सुपोषण बर‘ कार्यक्रम का आगाज, पर्यटन को बढ़ावा देने गंगरेल से जबर्रा तक 55 किमी तक साइकिलिंग

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 01:53 AM IST, Published Date : November 24, 2019/3:42 am IST

धमतरी, छत्तीसगढ़ी। ‘दू पईडिल, सुपोषण बर‘ की थीम पर आधारित साइकल एक्सपीडिशन-2019 का आयोजन आगाज। गंगरेल से 55 किलोमीटर की होगी साइकिलिंग एक्सपीडिशन। तीन अलग अलग पड़ाव पार कर पहुंचेंगे इको टूरिज्म ग्राम जबर्रा। साइकिलिंग एक्सपीडिशन के लिए प्रदेश भर से राइडर्स पहुंचे हैं । एक्सपीडिशन के दौरान मड़ई का भी आयोजन। 

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इसके लिए कलेक्टर रजत बंसल के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियां की है। उक्त सायकल रायडिंग मुहिम में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की लुप्तप्राय संस्कृति एवं परम्परा को पुनर्जीवित करने कुकरेल मड़ई में स्टॉल भी लगाए हैं, जहां पर विभिन्न प्रकार के स्थानीय खेलकूद, व्यंजन सहित अनेक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।

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जबर्रा सायकल एक्सपीडिशन में जिले के उत्साही युवकों के अलावा न सिर्फ प्रदेश के रायपुर, भिलाई, राजनांदगांव जैसे शहरों के साइक्लिस्ट डेकाथलॉन में हिस्सा ले रहे हैं, बल्कि दिल्ली जैसे बड़े शहरों के अभ्यस्त आगंतुक सायक्लिस्ट भी इसमें भाग लेंगे। गंगरेल से शुरू होकर उक्त नगरी मार्ग पर कुकरेल, केरेगांव, दुगली होते जबर्रा में समाप्त होगी, जिसकी दूरी लगभग 55 किलोमीटर है। इसमें ग्राम कुकरेल तक लगभग 350 सायक्लिस्ट तथा जबर्रा तक लगभग 70 से 80 सायक्लिस्ट के शामिल होने की संभावना है। बाहर से आए लोगों के अलावा धमतरी के विभिन्न संगठनों, क्लबों व स्कूल-कॉलेजों के विद्यार्थी भी इसमें सम्मिलित होंगे।

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कुकरेल में इस बार छत्तीसगढि़या मड़ई, लगेंगे सात स्टाल- ‘दू पायडिल सुपोषण बर‘ पर आयोजित सायकल एक्सपीडिशन में कलेक्टर ने स्थानीयता का भाव लाने एवं छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति, परम्परा, खेलकूद और व्यंजनों को पुनर्जीवन देने कुकरेल में छत्तीसगढि़या मड़ई का आयोजन किया जाएगा। इस मड़ई में छत्तीसगढ़ी खान-पान, खेलकूद और संस्कृति पर आधारित कुल सात स्टॉल लगाए जाएंगे। इनमें से पहले स्टॉल में छत्तीसगढ़ी व्यंजन, दूसरे में छत्तीसगढ़ी साग-भाजी, तीसरे में कांदा-कूसा, चौथे में छत्तीसगढ़ी जेवर-गहने, पांचवे में कृषि उपकरण, छठें में दैनिक उपयोग की सामग्री तथा सातवें स्टॉल में छत्तीसगढ़ी खेलकूद एवं गतिविधियों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
6 स्थानों पर होंगे हाइड्रेशन प्वाइंट्स- जबर्रा एक्सपीडिशन में शामिल लोगों को डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) न हो, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा छह जगहें चिन्हांकित की गई हैं, जहां पर अस्थायी हाइड्रेशन प्वाइंट्स बनाए जाएंगे। यहां पर शुद्ध पेयजल के अलावा ग्लूकोज एवं रिहाइड्रेबल पावडर व लिक्विड मौजूद रहेंगे। ये हाइड्रेशन प्वाइंट कुकरेल, बनरौद, खाड़ादाह, केरेगांव, पालवाड़ी मोड़ तथा दुगली में स्थापित किए जाएंगे। इन जगहों पर मेडिकल टीम की तैनाती भी की जाएगी, जिसमें प्रशिक्षित चिकित्सक प्राथमिक चिकित्सा पेटी (फर्स्ट एड बॉक्स) के साथ उपस्थित रहेंगे।

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जबर्रा में नाइट स्टे, अनेक कार्यक्रम किए जाएंगे आयोजित – 70-80 साइक्लिस्टों का दल ग्राम जबर्रा में सुबह संभवतः 11-11.30 बजे से पहुंचना प्रारम्भ करेंगे, जिनका नाइट स्टे का भी इंतजाम किया गया है। यहां पर लघु विश्राम के बाद उन्हें छत्तीसगढ़ के पारम्परिक व्यंजन परोसे जाएंगे, जिनमें सामान्य भोजन के अलावा औषधीय कांदे, भाजी आदि भी परोसे जाएंगे। साथ ही स्थानीय खेल जैसे गिल्ली-डंडा, फुगड़ी, खो-खो आदि का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके पश्चात् सभी साइक्लिस्ट यहां की रिवर साइट पर सूर्यास्त का नजारा (सनसेट) देखेंगे तथा इच्छुक लोगों से तैराकी के अलावा हाइकिंग, ट्रैकिंग भी कराई जाएगी। तत्पश्चात् शाम को स्थानीय लोकनृत्य कमार नृत्य, करमा आदि का लुत्फ उठाएंगे। इस दौरान कैम्पिंग, बोनफायर व स्थानीय सांस्कृतिक कार्यक्रम रात्रिभोज के पश्चात् आयोजित किए जाएंगे।

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