जगदलपुर। एक तरफ जहां संभाग के इकलौते मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर और स्टाफ कोरोना वायरस से जूझ रहे हैं, वहीं मेडिकल कॉलेज के ही अधिकारी भ्रष्टाचार करने का मौका नहीं छोड़ रहे। मामला 1 साल से बिना टेंडर के मेंटेनेंस के भुगतान का है।
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जगदलपुर मेडिकल कॉलेज में पिछले 1 साल से बिना टेंडर के ही हर महीने 16 लाख इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस के नाम पर दिए जा रहे हैं, इतनी बड़ी रकम बिना किसी टेंडर के कैसे भुगतान की जा रही है, इस सवाल पर अधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं। साल 2019 में जून महीने तक के लिए कोलकाता की कंपनी को टेंडर दिया गया था, जिसमें 40 से अधिक इलेक्ट्रिकल मेंटेनेंस के लिए स्टाफ की मौजूदगी भी शामिल थी।
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वर्तमान में स्टाफ की संख्या भी कम है और मेंटेनेंस की स्थिति भी खराब है, लेकिन फिर भी भुगतान जारी है अधिकारियों का कहना है कि टेंडर की प्रक्रिया रायपुर से की जानी थी, जिसके बाद मेंटेनेंस का काम जारी रहता लेकिन इस दर पर ही चुनाव का बहाना लेकर भुगतान का सिलसिला जारी रखा गया, मामले की शिकायत बस्तर कलेक्टर से भी की गई थी, लेकिन अब तक इस पर कोई नतीजा नहीं आया है।