धर्मेंद्र सिंह चौहान की शहादत पर शहर का माहौल गमगीन, युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य की आग बुझाते आए थे चपेट में

धर्मेंद्र सिंह चौहान की शहादत पर शहर का माहौल गमगीन, युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य की आग बुझाते आए थे चपेट में

धर्मेंद्र सिंह चौहान की शहादत पर शहर का माहौल गमगीन, युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य की आग बुझाते आए थे चपेट में
Modified Date: November 29, 2022 / 07:49 pm IST
Published Date: April 27, 2019 5:22 am IST

इंदौर । नौसेना युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर आग लगने के हादसे में रतलाम के सपूत धर्मेंद्र सिंह चौहान शहीद हुए है । धर्मेंद्र सिंह चौहान लेफ्टिनेंट कमांडेंट के पद पर आईएनएस विक्रमादित्य पर पदस्थ थे। बैंगलुरु के करवार के पास युद्धपोत के एक कम्पार्टमेंट में लगी थी आग पर बहादुरी से काबू पाते समय वे बेहोश हो गए थे । जिसके बाद धर्मेंद्र सिंह को करवार के नेवी अस्पताल में भर्ती करवाया गया लेकिन ईलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया ।

ये भी पढ़ें- मई की गर्मी से पहले ही इस शहर में पारा पहुंचा 47 पर, लोग बेहाल

नेवी ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं। रविवार को दोपहर तक शहीद लेफ्टिनेंट कमांडेंट का पार्थिव शरीर रतलाम लाया जाएगा जिसके बाद नेवी के प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। शहीद धर्मेंद्र सिंह के परिवार में उनकी पत्नी और मां है । धर्मेंद की शहादत के बाद उनकी मां सहित घरवालों का का रो- रो कर बुरा हाल है। धर्मेंद की शहादत के बाद शहर का माहौल ग़मगीन है ।

 ⁠


लेखक के बारे में