अगर आप भी समझते हैं पुलिस को भ्रष्ट, तो इस खबर को पढ़कर बदल जाएंगे विचार
अगर आप भी समझते हैं पुलिस को भ्रष्ट, तो इस खबर को पढ़कर बदल जाएंगे विचार
रायपुर: जिस पुलिस का नाम सुन कर लोगो के जहन में एक भ्रष्ट किरदार की कल्पना उठने लगती है, उसी पुलिस विभाग के 4 जवानों ने मिलकर एक ऐसा सराहनीय कार्य किया है जिसकी ज्यादा प्रशंसा की जाए उतनी ही कम है। दरअसल राजधानी रायपुर के टिकरापारा थाने में पदस्थ 4 जवानों ने इलाके में घुमंतु बच्चों और अनाथ बच्चों के लिए एक प्रयास शैक्षिक संस्था की स्थापना की है, जिसमें करीब 150 से 200 बच्चे नि: शुल्क पढाई के साथ-साथ तकनीकी ज्ञान हासिल कर रहे हैं।
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इस प्रयास संस्था की शुरूआत करने वाले चारों जवान महेश नेताम, जितेन्द्र नाग, धनंजय गोस्वामी और सुनील पाठक ने बताया कि ड्यूटी के दौरान कुछ घुमंतु बच्चों को देखकर उनके पुर्नवास और पढ़ाई लिखाई का जिम्मा लेकर इस संस्था की स्थापना की। इस संस्था में इलाके के सभी गरीब वर्गों के बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा के साथ-साथ खेल-कूद, कम्प्यूटर और डांस भी सिखाया जाता है। संस्था का पूरा खर्चा पुलिस के ये चारो जवान अपनी तनखाह से ही उठाते हैं।
पिछले एक साल से चल रही इस संस्था की जानकारी जब पुलिस के मुखिया डीएम अवस्थी को लगी, तो वह खुद एसएसपी शेख आरिफ हुसैन और रायपुर रेंज आईजी आनंद छाबडा के साथ इस संस्था का जायजा लेने पहुंच गए। डीजीपी अवस्थी ने वहां पहुंचकर बच्चों से काफी लंबी वार्तालाप किया और इस संस्था की प्रशंसा भी की। साथ ही डीजीपी ने इस संस्था में पढ़ने वाले बच्चों की हरसंभव मदद करने का आश्वासन देते हुए चारो जवानो के प्रयास की काफी तारीफ की।

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