भोपाल । पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ल की कांग्रेस वापसी के बाद ग्वालियर-चंबल की राजनीति गरमा गई है। बीजेपी को डर है कि कांग्रेस ग्वालियर-चंबल के बीजेपी के बड़े नेताओं को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है। लिहाजा बीजेपी ने मंत्री नरोत्तम मिश्रा को अपने नेताओं को साध कर रखने की जिम्मेदारी दी है। माना जा रहा है कि बीजेपी के सतीश सिकरवार, अनूप मिश्रा, नारायण सिंह कुशवाहा, जयभान सिंह पवैया और माया सिंह बीजेपी का दामन छोड़ सकते हैं, कयास लगाए जा रहे हैं कि उपचुनाव में ये बीजेपी प्रत्याशियों के खिलाफ भितरघात कर सकते हैं। बीजेपी वक्त रहते इन हालातों को मैनेज करने में जुट गई है।
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दरअसल सिंधिया के बीजेपी में आ जाने के बाद ग्वालियर-चंबल के बड़े बीजेपी नेताओं को अपनी उपेक्षा की चिंता सता रही है। यही वजह है कि उपचुनाव से पहले बीजेपी के अंदरखाने में सबसे ज्यादा बवाल मचा है। यही वजह है कि बीजेपी ने नरोत्तम मिश्रा को ग्वालियर चंबल के बड़े बीजेपी नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी दी है। नरोत्तम मिश्रा आज ग्वालियर का दौरा करेंगे इस दौरान वो नाराज नेताओं को मानने के लिए घर-घर जाएंगे। हालांकि बीजेपी किसी तरह की नाराजगी और भितरघात के खतरे से इंकार कर रही है।
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वहीं कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी कितने ही जतन कर ले, उसके बड़े नेताओं का पार्टी को साथ नहीं मिलेगा। जनता दलबदल कर बीजेपी आए लोगों को सबक सिखाएगी।