त्रिदिवसीय संगोष्ठी में सम्मिलित होंगे आदिवासी साहित्यकार, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव पर होगी चर्चा
त्रिदिवसीय संगोष्ठी में सम्मिलित होंगे आदिवासी साहित्यकार, राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव पर होगी चर्चा
रायपुर। साइंस कॉलेज पर आयोजित राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव पर केंद्रित आदिवासी समाज के साहित्यकारों, लेखकों, बुद्धिजीवियों की तीन दिवसीय संगोष्ठी न्यू सर्किट हाउस में रखी गई है। इसमें भारत के आदिवासियों की संस्कृति, परंपरा, रीति-रिवाज एवं साहित्य के जानकार शोधार्थियों, बुद्धिजीवियों, प्रोफेसर्स और सामाजिक कार्यकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है।
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इस समय छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव सिर्फ़ प्रदेश नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय है। छत्तीसगढ़ के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा और भव्य आदिवासी नृत्य महोत्सव है।
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इस संबंध में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि 6 अन्य देशों से भी आदिवासी नर्तक दल आयोजन में शामिल हो रहे हैं। इस आयोजन में देश के तीन शोधार्थियों के शोधपत्र पढ़े जाएंगे। ये शोधार्थी देशभर के विश्वविद्यालयों के 183 शोधार्थियों में से चयनित हैं, जिन्होंने आदिवासी संस्कृति के विभिन्न पहलुओं पर रिसर्च करके शोधपत्र प्रकाशित किया है।
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