नई दिल्ली। भारत में कोविशील्ड की दूसरी डोज लेने के बीच का अंतर अब 12 से 16 हफ्ता हो गया है। इसके साथ ही कोरोना से ठीक हुए लोगों को अब वैक्सीन की 6 महीने बाद लगाई जाएगी। भारत के इस फैसले का अमेरिकी डॉक्टर फाउची ने सही बताया है।
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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के मुख्य चिकित्सक सलाहकार डॉक्टर फाउची ने कोविशील्ड वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक के बीच 12 से 16 हफ्ते के अंतर को जायज ठहराया है। एक इंटरव्यू में डॉ. फाउची ने कहा कि अगर वैक्सीन की कमी है और ज्यादा से ज्यादा से लोगों को वैक्सीन लगानी है तो यह तरीका जायज है।
भारत दुनिया में सबसे बड़ा नहीं तो सबसे अच्छा वैक्सीन उत्पादक है, आपको अपने लोगों के लिए उन संसाधनों का इस्तेमाल करना होगा: डॉ.एंथनी फाउची, अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ #COVID19 pic.twitter.com/09xtk0D9Hu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 14, 2021
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अमेरिका के शीर्ष संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ.एंथनी फाउची ने कहा ने कि जब वैक्सीन की कमी है तो ज़्यादा लोगों को कम से कम वैक्सीन की पहली डोज़ मिले इसके लिए पहली और दूसरी डोज़ के बीच की अवधि को बढ़ाना उचित अप्रोच है। इस देरी से वैक्सीन की प्रभावशीलता पर नकारात्मक असर होने की संभावना नहीं है। भारत दुनिया में सबसे बड़ा नहीं तो सबसे अच्छा वैक्सीन उत्पादक है, आपको अपने लोगों के लिए उन संसाधनों का इस्तेमाल करना होगा।
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