इंफाल, 22 जनवरी (भाषा) मणिपुर में सत्तारूढ़ गठबंधन के सात नगा विधायकों सहित 34 विधायकों ने केंद्र से कुकी उग्रवादी समूहों के साथ किए गए ‘सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन’ (एसओओ) समझौते को रद्द करने और असम राइफल्स को हटाकर किसी अन्य सुरक्षा बल की तैनाती करने की मांग की है।
विधायकों ने दावा किया कि कई क्षेत्रों में जब निहत्थे नागरिक (जिनमें अधिकतर किसान थे) हथियारबंद लोगों के हमले का शिकार हुए, तो असम राइफल्स ‘‘मूक दर्शक’’ बनी रही।
विधायकों ने एक बयान में दावा किया, ‘‘आतंकवादी समूहों के साथ एसओओ समझौते और इसके तहत केंद्रीय बलों से उन्हें मिलने वाली छूट हिंसा के कभी न खत्म होने वाले चक्र का मुख्य कारण है, इसलिए एसओओ को तुरंत निरस्त किया जाना चाहिए। इसे 29 फरवरी 2024 की समाप्ति तिथि से आगे नहीं बढ़ाया जाना चाहिए।’’
‘एसओओ’ समझौता केंद्र, मणिपुर सरकार और कुकी उग्रवादी संगठनों के दो समूहों – कुकी नेशनल ऑर्गेनाइजेशन और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट के बीच किया गया था। यह समझौता पहली बार 2008 में किया गया था और समय-समय पर इसकी अवधि बढ़ायी गई।
भाषा शफीक दिलीप
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