7.5 lakh liters of water used to extinguish the fire after the plane crash || Image- The Guardian file
7.5 lakh liters of water used to extinguish the fire after the plane crash: अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुए एयर इंडिया -171 विमान हादसे के बाद बचाव अभियान लगभग चार घंटे तक युद्धस्तर पर चलाया गया था। इस महा रेस्क्यू अभियान में करीब 650 कर्मी शामिल थे और मलबे में लगी आग को बुझाने और आसपास के इलाके को ठंडा करने के लिए के लगभग 7.5 लाख लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया था।
#WATCH | Gujarat: On Ahmedabad plane crash rescue operations, Ahmedabad Fire and Emergency Services CFO Amit Dongre says, “We received a call at around 1.43 pm on June 12… We responded from all 19 fire stations… More than 100 fire vehicles were deployed to mitigate this… pic.twitter.com/TsnRjIbjgf
— ANI (@ANI) June 16, 2025
एयर इंडिया विमान हादसे के बाद चलाये गए राहत और बचाव अभियान की विस्तृत जानकारी अहमदाबाद अग्निशमन और आपातकालीन सेवा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी अमित डोंगरे ने सोमवार को मीडिया से साझा की।
7.5 lakh liters of water used to extinguish the fire after the plane crash: मुख्य अग्निशमन अधिकारी अमित डोंगरे ने बताया कि, हादसे की जानकारी मिलने के बाद, दुर्घटना स्थल पर 90 से अधिक एम्बुलेंस और 100 से अधिक अग्निशमन वाहन तैनात किए गए थे। डोंगरे ने एएनआई को बताया, “हमें 12 जून को दोपहर करीब 1.43 बजे एक कॉल आया। यह एक आपदा कॉल थी। हमने सभी 19 फायर स्टेशनों से प्रतिक्रिया दी। इस आपदा को कम करने के लिए 100 से अधिक दमकल वाहनों को तैनात किया गया। सभी चार इमारतों के लिए चार टीमें बनाई गईं। इस बचाव अभियान के दौरान करीब 31 लोगों को जिंदा बचा लिया गया और उन्हें एनडीआरएफ, पुलिस विभाग, सीआईएसएफ, एसडीआरएफ, अन्य गैर सरकारी संगठनों और अन्य अग्निशमन विभागों की मदद से सिविल अस्पतालों में पहुंचाया गया।”
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गौरतलब है कि, 12 जून को लंदन के गैटविक जा रहा अल-171 बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान अहमदाबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद करीब दो किलोमीटर दूर एक रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य शामिल थे। एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति, भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक विश्वाश कुमार रमेश का इलाज जारी हैं। राज्य सरकार के निर्देश पर गुजरात स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन ने मृतकों की पहचान करने और उनके शवों को उनके परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया तेज कर दी है।