भोपाल/श्योपुर, 29 मार्च (भाषा) नामीबिया से मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान लाए गए आठ चीतों में से एक चीते ने चार शावकों को जन्म दिया है। चारों शावक और उनकी मां पूरी तरह स्वस्थ और सक्रिय हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
यह खुशी की खबर दो दिन पहले इस उद्यान में नामीबिया से लाये गये एक अन्य मादा चीता की मौत के बाद आई है।
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग की एक विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘प्रदेशवासियों और वन्य-प्राणी जगत के लिए 29 मार्च 2023 बुधवार का दिन बड़ी सौगात लेकर आया। कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ी गई तीन वर्ष की नामीबियाई मादा चीता ‘सियाया’ ने चार चीता शावकों को जन्म दिया है।’’
वहीं, मध्यप्रदेश के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य-प्राणी) जे.एस. चौहान ने बताया, ‘‘विगत एक सप्ताह से सियाया की गतिविधियां बाड़ा क्रमांक 5 में एक ही स्थान पर केन्द्रित थी। इससे यह एहसास हुआ कि संभवत: सियाया बच्चों को जन्म देने वाली है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘बुधवार को जब सियाया शिकार के लिए निकली तो नामीबियाई चीता विशेषज्ञ इलाई वॉकर द्वारा संबंधित स्थान पर सुरक्षित दूरी से देखने पर पाया कि मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया है।’’
वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अनुमान लगाया जा रहा है कि इन शावकों का जन्म पांच दिन पहले हुआ होगा, लेकिन अधिकारियों ने बुधवार को उन्हें देखा।
उन्होंने कहा कि नामीबिया से लाए गए आठ चीतों में ‘सियाया’ भी शामिल थीं।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एव प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने चीता शावकों के जन्म पर खुशी जाहिर की है।
चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘नन्हें मेहमानों के आने का अप्रतिम आनंद..’’
उन्होंने आगे लिखा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आपकी प्रेरणा और सफल प्रयासों से चीता की सुखद वापसी भारत में हुई है। मध्यप्रदेश चीता स्टेट बना है। आज कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता परिवार में चार नये शावकों के आगमन से हम समस्त मध्यप्रदेशवासी हर्षित एवं आनंदित हैं।’’
चौहान ने कहा, ‘‘यह हमारे लिए अत्यंत आनंददायी है कि कूनो में चीता परिवार बढ़ रहा है। वन विभाग, कूनो राष्ट्रीय उद्यान, स्थानीय प्रशासन के सफल प्रबंधन से सुखद परिणाम मिले हैं। मैं वन विभाग की पूरी टीम को बधाई देता हूं, जिनकी देख रेख में भारत में चीता परियोजना सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘चारों शावक और सियाया पूरी तरह स्वस्थ और सक्रिय हैं।’’
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 17 सितम्बर 2022 को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़े गए नर/मादा चीतों में से नामीबियाई मादा चीता ‘सियाया’ द्वारा पहली बार देश की मिट्टी पर वंश वृद्धि की गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने नामीबिया से लाए गए पांच मादा और तीन नर चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को अपने 72वें जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा था।
इनमें से एक मादा चीता ‘साशा’ की गुर्दे की बीमारी के कारण गत सोमवार को मौत हो गयी थी। मध्यप्रदेश के वन एवं वन्यजीवन अधिकारियों ने यह जानकारी दी थी।
दक्षिण अफ्रीका से लाकर 18 फरवरी को भी कूनो में 12 अन्य चीतों को छोड़ा गया था।
भारत में अंतिम चीते की मृत्यु वर्तमान छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में 1947 में हुई थी और भूमि पर सबसे तेज दौड़ने वाले जानवर को 1952 में देश में विलुप्त घोषित किया गया था।
भाषा सं रावत रावत धीरज
धीरज
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