iPhone at Arulmighu Kandaswamy Temple: दानपात्र में गिरा श्रद्धालु का iPhone, प्रबंधन ने कहा अब ये भगवान का हुआ, सरकार करेगी मुआवजे पर विचार
iPhone at the Arulmighu Kandaswamy Temple; मंत्री ने कहा कि मामले पर विचार किया जाएगा और यह देखा जाएगा कि दिनेश को मुआवजा दिया जा सकता है या नहीं। हालांकि, नियम स्पष्ट हैं कि हुंडी में डाली गई कोई भी वस्तु वापस नहीं की जा सकती।
iPhone at the Arulmighu Kandaswamy Temple, image source: wikipedia
नई दिल्ली: iPhone at Arulmighu Kandaswamy Temple, तमिलनाडु के तिरुपोरूर स्थित अरुलमिगु कंदास्वामी मंदिर में एक श्रद्धालु का iPhone गलती से दानपात्र (हुंडी) में गिर जाने का मामला सामने आया है। विनायगपुरम निवासी दिनेश ने जब फोन वापस मांगा, तो मंदिर प्रशासन ने इसे लौटाने से इनकार कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि हुंडी में गिरा हर सामान भगवान की संपत्ति बन जाता है।
हुंडी से फोन वापस मांगने पर क्या हुआ?
दिनेश ने बताया कि फोन गलती से हुंडी में गिरा था और उन्होंने इसे वापस पाने की कोशिश की। हालांकि, मंदिर प्रशासन ने साफ कर दिया कि वह केवल फोन का डेटा ले सकते हैं, लेकिन फोन लौटाया नहीं जाएगा। प्रशासन का कहना है कि दानपात्र में गई हर चीज मंदिर की संपत्ति मानी जाती है और इसे वापस करने का कोई प्रावधान नहीं है।
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नियमों पर उठे सवाल
iPhone at Arulmighu Kandaswamy Temple, तमिलनाडु हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग (HR&CE) के मंत्री पी.के. शेखर बाबू ने कहा कि मंदिरों में यह नियम लागू है कि हुंडी में चढ़ाई गई कोई भी वस्तु, चाहे वह जानबूझकर हो या गलती से, भगवान की संपत्ति बन जाती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि विभाग यह विचार करेगा कि दिनेश को मुआवजा दिया जा सकता है या नहीं।
क्या मिलेगा मुआवजा?
मंत्री ने कहा कि मामले पर विचार किया जाएगा और यह देखा जाएगा कि दिनेश को मुआवजा दिया जा सकता है या नहीं। हालांकि, नियम स्पष्ट हैं कि हुंडी में डाली गई कोई भी वस्तु वापस नहीं की जा सकती।
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पहले भी हुई ऐसी घटनाएं
iPhone at Arulmighu Kandaswamy Temple, यह पहली बार नहीं है जब हुंडी में सामान गिरने का मामला चर्चा में आया है। मई 2023 में, केरल की एक महिला एस. संगीता ने पलानी मंदिर की हुंडी में गलती से अपनी 1.75 तोले की सोने की चेन गिरा दी थी। महिला की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए और घटना की सीसीटीवी फुटेज से पुष्टि के बाद, मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष ने निजी खर्च पर नई चेन बनवाकर उन्हें दी थी।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है कि क्या गलती से हुंडी में गिरा सामान लौटाया जाना चाहिए। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या निर्णय लेता है।
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नहीं, हुंडी में गलती से या जानबूझकर डाला गया कोई भी सामान भगवान की संपत्ति माना जाता है और उसे वापस नहीं किया जाता।
जी हां, मंदिर के नियमों के अनुसार, हुंडी में गिरा कोई भी सामान सीधे मंदिर के देवता की संपत्ति बन जाता है।
तमिलनाडु के मंत्री पी. के. शेखर बाबू ने कहा है कि मुआवजे की संभावनाओं पर विचार किया जाएगा।
हां, हुंडी में गलती से चीजें गिरने के मामले पहले भी हुए हैं। उदाहरण के लिए, केरल के पलानी मंदिर में हुंडी में गिर गई सोने की चेन की भरपाई मंदिर ट्रस्ट ने की थी।
हुंडी स्थापना, सुरक्षा और लेखा नियम, 1975 के तहत हुंडी में डाली गई कोई भी वस्तु भगवान की संपत्ति मानी जाती है और किसी भी स्थिति में वापस नहीं की जा सकती।

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