नई दिल्ली : controversy started over Har Ghar tiranga campaign : भारत सरकार द्वारा चलाए जा रहे हर घर तिरंगा अभियान पर कर्नाटक में अब नया विवाद शुरू हो गया है। यह पूरा मामला एक अखबार में विज्ञापन को लेकर है। आपको बता दें कि कर्नाटक सरकार ने हर घर तिरंगा अभियान के तहत स्वतंत्रता सेनानियों की याद में उनकी तस्वीर अखबार के एक विज्ञापन में छपवाई थी। इस विज्ञापन में स्वतंत्रता दिलाने वाले कई राष्ट्रनायकों को जगह दी गई, हालांकि विवाद की मुख्य वजह विज्ञापन से पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी का गायब होना है। इतना ही नहीं राज्य सरकार के इस विज्ञापन में विनायक सावरकर को जगह दी गई, और इसी वजह से विवाद ने तूल पकड़ा हैं।
controversy started over Har Ghar tiranga campaign : इस पूरे मामले में भाजपा के प्रदेश महासचिव एन. रवि कुमार ने अलग ही बयान दिया, उन्होंने कहा कि नेहरू एक ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने महात्मा गांधी की बात ही नहीं मानी, रवि कुमार ने आगे कहा कि वह देश के बंटवारे के लिए भी जिम्मेदार थे और इस वजह से ही हम नेहरू की तस्वीर भी नहीं लगाएंगे।’
controversy started over Har Ghar tiranga campaign : कर्नाटक में चल रहे इस पूरे विज्ञापन विवाद में कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस गांधी, नेहरू, पटेल और अन्य नेताओं की विरासत को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्र को एकजुट करने का प्रयास जारी रखेगी और यह नफरत की राजनीति हारेगी।
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controversy started over Har Ghar tiranga campaign : वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को यानी विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर एक वीडियो जारी कर नेहरू को बंटवारे का जिम्मेदार बताया। आपको बता दें कि भाजपा द्वारा जारी इस वीडियों में भाजपा ने 1947 की घटनाओं से जूड़ी से कहानी बताई और इस सात मिनट के वीडियो में राष्ट्र के विभाजन के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू को जिम्मेदार बताया।
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controversy started over Har Ghar tiranga campaign : भाजपा द्वारा जारी किए गए इस वीडियो पर विपक्षी दल कांग्रेस ने तीखा पलटवार किया और भाजपा को इस मामले में आड़े हाथ लिया । वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। और असल में इसके पीछे मंशा भाजपा द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री की सबसे दर्दनाक ऐतिहासिक घटनाओं को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना है। जयराम रमेश ने आगे कहा कि देश आधुनिक दौर के विभाजन सावरकर और जिन्ना की कोशिश जारी है।
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